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फसल बीमा के लिये बैंकों को नये निर्देश जारी, बैंकों को 29 जुलाई तक फसल परिवर्तन की सूचना देना अनिवार्य

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Crop insurance new update 2022) के तहत बैंकों को नये निर्देश जारी किए गए हैं। फसल बीमा की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2022 है।

Crop insurance new update 2022 : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसानों को खरीफ और रबी फसलों का बीमा कराने के लिए बैंकों ने बीमा कंपनियों को 29 जुलाई तक फसल परिवर्तन कर सूचना करें। बैंकों ने क्लस्टरवार निर्धारित बीमा कम्पनियों को कार्यादेश जारी कर दिये गये हैं। किसानों द्वारा बोई गई फसल में परिवर्तन पर संबंधित बैंकों को 29 जुलाई तक अवगत कराना जरूरी है।

किसानों की अधिसूचित फसलों का बीमा करने के लिये बैंकों द्वारा प्रीमियम किए जाने की अंतिम तिथि 31 जुलाई है। फसल बीमा को लेकर अपर संचालक ने बताया कि, किसानों को फसल बीमा की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2022 है। 31 जुलाई से दो दिन पहले 29 जुलाई तक संबंधित बैंक से सम्पर्क कर बोई गई वास्तविक फसल की जानकारी अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराना होगी।

फसल बीमा (Crop insurance new update 2022) योजना क्या है?

किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं आयोजित की जा रही है, इन्हीं योजनाओं में से एक प्रमुख योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना है। इस योजना के तहत किसान अपनी फसल नुकसान भरपाई के लिए बीमा करवा सकते हैं। यह योजना 2016 से की गई थी इसका मुख्य उद्देश्य आपदा के कारण किसानों को उनकी नष्ट हुई फसल की भरपाई करवाने के लिए लागू की गई।
किसानों को अपना हक पाने के लिए भी उनको अनेक प्रकार की परेशानियां उठानी पढ़ती थी। अंतः बीमा योजना के प्रति किसानों का भरोसा कम हो गया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने केंद्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को शुरू किया, जो अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग बीमा कंपनियों द्वारा संचालित की जा रही है। प्रीमियम पूरे देश में एक जैसा है, वहीं बीमा क्लेम दावा भुगतान अलग-अलग क्षेत्रों एवं इकाई के माध्यम से किया जाता है।

योजना का उद्देश्य

प्राकृतिक आपदाओं से फसलों को होने वाले नुकसान एवं अन्य कारणों से होने वाले नुकसान की भरपाई करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा पूरे देश में फसल बीमा योजना चलाई जा रही है। इस योजना का नाम प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना है। यह योजना अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग बीमा कंपनी के द्वारा संचालित की जाती है।

योजना के तहत प्रतिवर्ष बीमा (Crop insurance new update 2022) कंपनियों से केंद्र सरकार टेंडर बुलाती है, टेंडर के अनुसार बीमा कंपनी का चयन होता है, जो किसानों की रबी एवं खरीफ फसलों का बीमा करती है। इस योजना की खास बात यह है कि इस बीमा योजना में किसान को नाम मात्र का प्रीमियम जमा करना होता है, वहीं प्रीमियम के 98% रुपए केंद्र एवं राज्य सरकार मिलकर जमा करती है।

फसल बीमा योजना की विशेषताएं

  • पीएम फसल बीमा योजना किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। इस योजना के तहत किसानों को सबसे कम प्रीमियम दर चुकाना पड़ती है।
  • पूरा संरक्षण मिलेगा- बीमा पर कोई कंपनी नहीं होगी और इसके कारण दावा राशि में भी कमी या कटौती भी नहीं होगी।
  • पहली बार जल भराव को स्थानीय जोखिम में शामिल किया गया है।
  • पहली बार देश भर में फसल कटाई के बाद चक्रवात एवं बेमौसम बारिश का जोखिम भी शामिल किया गया है।
  • पहली बार सही आकलन और शीघ्र भुगतान के लिए मोबाइल और सैटेलाइट टेक्नोलॉजी के व्यापक उपयोग पर जोड़ दिया गया है।

भू-अभिलेख के आधार पर होगा बीमा

Crop insurance new update 2022 : उल्लेखनीय है कि, प्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ 2022 के लिये प्रधानमंत्री फसल बीमा की अधिकारिक वेबसाइट पर भू-अभिलेख के एकीकरण का कार्य किया जा रहा है। पंजीयन के समय कृषक की भूमिधारिता संबंधी जानकारी भू-अभिलेख के आधार पर पोर्टल में ड्रॉप-डाउन पर उपलब्ध हो सकेगी। किसानों का बीमा करवाने वाले (बैंकर्स, कॉमन सर्विस सेंटर और स्वयं कृषक) खसरा नम्बर का चयन कर धारित भूमि का बीमा कर सकेगा।

(NCI) पोर्टल पर जानकारी दर्ज होना जरूरी

किसानों को समय पर सही पॉलिसी जारी करने के लिये नेशनल क्रॉप इंश्योरेस (NCI) पोर्टल पर जानकारी दर्ज होना जरूरी है। बैंकों को निर्देश दिये गये हैं कि किसानों के बीमा पंजीयन के दौरान खसरा नम्बर तथा बीमित भूमि के क्षेत्रफल की सही-सही जानकारी पोर्टल पर दर्ज करें।

31 जुलाई तक करवा ले बीमा

किसान 31 जुलाई तक अपनी फसल का बीमा करा सकेंगे। दरअसल यह बीमा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किए जा रहे हैं। इस योजना के अंतर्गत वर्ष 2022-23 मौसम खरीफ एवं रबी के लिए कलस्टरवार निर्धारित बीमा कंपनियों को कार्य आदेश जारी किए जा चुके हैं। किसानों को फसल बीमा कराने के बाद ही उनकी मौसम या अन्य प्राकृतिक घटना की वजह से खराब हाेने वाली फसल की बीमा राशि मिल सकेगी।

योजना के तहत खरीफ 2022 के लिए अधिसूचित पटवारी हल्का अंतर्गत किसानों की अधिसूचित फसलों का बीमा करने के लिए बैंकों द्वारा प्रीमियम नामे 31 जुलाई तक निर्धारित किए जाएंगे। बैंकों द्वारा बीमित किसानों की प्रविष्टि हेतु भारत सरकार का फसल बीमा पोर्टल (NCIP Portal) पर बैंकों द्वारा समय-सीमा में प्रविष्टि किया जाना आवश्यक है।  किसान द्वारा बोई गई फसल की क्षति के समय कृषकों को हानि से बचने के लिये तथा बोई जाने वाली फसल में किसी भी प्रकार का परिवर्तन किया गया है तो किसान द्वारा संबंधित बैंक से सम्पर्क कर बीमांकन की अंतिम तिथि के दो दिन पूर्व यानि 29 जुलाई तक बोई गई वास्तविक फसल की जानकारी बैंकों उपलब्ध कराया जाना है।

किसानों की सुविधा को देखते हुए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना मौसम खरीफ 2022 के अन्तर्गत प्रदेश में नेशनल क्राप इन्श्योरेन्स पोर्टल पर भू-अभिलेख के एकीकरण का कार्य किया जा रहा है। पंजीयन के समय कृषक की भूमि धारिता संबंधी जानकारी भू-अभिलेख के आधार पर पोर्टल में ड्राप-डाउन पर उपलब्ध हो सकेगी, जिसमें बीमाकर्ता बैंकर्स, कामन सर्विस सेन्टर, स्वंय कृषक द्वारा संगत खसरा नंबर का चयन कर धारित भूमि का बीमा किया जा सकेगा। किसानों की सुविधा को देखते हुए पंजीयन के दौरान खसरा नंबर तथा बीमित भूमि के क्षेत्रफल की सही- सही जानकारी बैंक द्वारा एनसीआइपी पोर्टल पर दर्ज की जाना है जिससे किसानों को समय पर सही बीमा पालिसी जारी हो सकेगी ।

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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जुड़े प्रश्न/उत्तर

प्रश्न : फसल बीमा क्या है ?

उत्तर : फसल बीमा योजना (Crop insurance new update 2022) से किसानों को अचानक आए जोखिम या खराब मौसम से फसल को हुए नुकसान की भरपाई की जाती है।

प्रश्न : इस योजना के तहत किन फसलों का बीमा करा सकते हैं ?

उत्तर : राज्य सरकारों संघ शासित क्षेत्रों द्वारा तय किए गए इलाके में तय की गई फसल जो कि अनाज, खाद्यान्न, तिलहन, सालाना व्यावसायिक और बागवानी फसल हो सकती है, उगाने वाले किसान बीमा करा सकते हैं। नई बीमा योजना किए गए क्षेत्र मैं कैसीसी खाता धारा किसानों ( जिन्हें ऋणी किसान कहा जाता है) के लिए अनिवार्य है तथा अन्य सभी किसान अगर चाहे तो बीमा का लाभ ले सकते हैं।

प्रश्न : यह योजना किन-किन राज्यों में चलाई जा रही है ?

उत्तर : यह योजना सभी राज्य सरकारों और संघ शासित क्षेत्रों के लिए स्वैच्छिक है। अतः इस योजना में सभी राज और संघ शासित क्षेत्र शामिल हो सकते हैं।

प्रश्न : दूसरी कौन-सी फसल बीमा योजनाएं चल रही है ?

उत्तर : वर्तमान में राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना, संशोधित राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना, मौसम आधारित फसल बीमा योजना, एवं नारियल पान बीमा योजना चल रही है। राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना और संशोधित कृषि बीमा योजना को रबि 2015-16 के बाद बंद कर किसानों को अधिक सुरक्षा देने के लिए अब खरीफ 2016 से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू की गई।

प्रश्न : इस योजना के तहत किसान बीमा कैसे ले सकता है ?

उत्तर : इस योजना के तहत बैंक कैसीसी खाता (जिन्हें ऋणी किसान कहा जाता है) धारक किसानों के लिए जरूरी प्रीमियम बीमा कंपनी के पास अपने आप भेज देते हैं और उन किसानों का बीमा हो जाता है अन्य सभी किसानों निकटतम बैंक या तय की गई बीमा कंपनी के स्थानीय एजेंट को प्रीमियम का भुगतान करके फसल बीमा करा सकते हैं।

प्रश्न : इस योजना के तहत किसानों के लिए भी बीमीत राशि क्या होगी ?

उत्तर : इस योजना के तहत बीमित राशि से जिला स्तर तकनीकी समिति द्वारा उस फसल के लिए वित्त पैमाने के बराबर होगी।

प्रश्न : क्या फसल बीमा योजना में खेत वार और नुकसान का आकलन करने का नियम है ?

उत्तर : नई बीमा योजना में यह नियम बनाया गया है, कि स्थानीय आपदाओं जैसे ओला पढ़ने, जमीन धंसने और जल जलभराव से नुकसान होने पर योजना में खेत वार नुकसान का आकलन किया जाएगा। ठीक उसी तरह फसल कटाई के बाद खेत में पड़ी हुई फसल को 14 दिन के भीतर चक्रवात और बेमौसम बरसात से नुकसान होने पर पर भी खेत वार आकलन करके भुगतान करने का नियम बनाया गया है।

प्रश्न : इस योजना के तहत बीमा इकाई क्या है ?

उत्तर : यह योजना क्षेत्र दृष्टिकोण के आधार पर अमल मैं लाई जाएगी। मुख्य फसल के लिए बीमा इकाई ग्राम/ग्राम पंचायत स्तर पर होगी और अन्य फसलों के लिए बीमा इकाई राज्य सरकार द्वारा तय की जाएगी और यह ग्राम/ग्राम पंचायत से बड़े आकार की भी हो सकती है।

प्रश्न : फसल बीमा करवाने के लिए किससे संपर्क करें?

उत्तर : फसल बीमा के लिए अपने निकटतम बैंक का शाखा कृषि सहकारिता समिति, बीमा कंपनी उनके एजेंट से संपर्क करें।

प्रश्न : क्या इस योजना में खराब मौसम के कारण बुवाई/रोपाई ना कर पाने पर नुकसान का मुआवजा देने का प्रावधान है?

उत्तर : हां, बीमा की गई फसल की खराब मौसम के कारण बुवाई/रोपाई ना कर पाने पर बीमा मूल्य राशि का 25 फीसदी तक सीधे किसानों के खाते में जमा करने का प्रावधान इस योजना में किया गया है।

प्रश्न : फसल बीमा के अंतर्गत दावा भुगतान की क्या प्रक्रिया रहेगी?

उत्तर : नयी योजना (Crop insurance new update 2022) में स्मार्टफोन से फसल कटाई आकलन की तस्वीरें खींच कर सर्वर पर अपलोड की जाएगी। जिससे फसल कटाई के आंकड़े जल्द से जल्द बीमा कंपनी को मिल सकेंगे। इससे दावो का भुगतान करने में लगने वाले समय को काफी कम किया जाएगा। रिमोट सेंसींग ओर ड्रोन जैसी तकनीक के इस्तेमाल से फसल कटाई प्रयोग की संख्या को कम करने में और नुकसान के आकलन में सहायता मिलेगी।

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राधेश्याम मालवीय

मैं राधेश्याम मालवीय Choupal Samachar हिंदी ब्लॉग का Founder हूँ, मैं पत्रकार के साथ एक सफल किसान हूँ, मैं Agriculture से जुड़े विषय में ज्ञान और रुचि रखता हूँ। अगर आपको खेती किसानी से जुड़ी जानकारी चाहिए, तो आप यहां बेझिझक पुछ सकते है। हमारा यह मकसद है के इस कृषि ब्लॉग पर आपको अच्छी से अच्छी और नई से नई जानकारी आपको मिले।
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