खेती-किसानी

मध्यप्रदेश का किसान, बंजर जमीन को उपजाऊ बनाकर खेती कर कमा रहा लाखों रुपया, इसके बारे में जानिये

बंजर जमीन से लाखों की कमाई (Earning lakhs from barren land) : बंजर जमीन पर नई टेक्नीक से खेती कर कमा रहा लाखों रूपए

Earning lakhs from barren land | उपजाऊ जमीन पर तो आसानी से खेती की जा सकती है। लेकिन मध्यप्रदेश के एक किसान ने बंजर जमीन को उपजाऊ बनाई और फिर उस पर फल व सब्जी की खेती कर लाखों की कमाई कर रहा है। प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र के आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले में अब किसान नई तकनीक से खेती करने लगे हैं। इससे फसल के साथ आमदनी भी अच्छी हो रही है।

सालाना 5 लाख (Earning lakhs from barren land) तक कमाई

ये कहानी मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले के सेजा गांव के रहने वाले किसान कुंवरसिंह की है। वह पहले पुराने तरीके से खेती कर सालभर में 10-12 हजार रुपए कमा पाते थे लेकिन कुंवरसिंह ने पिछले 10 से 12 साल पहले इंटरक्रॉपिंग खेती करना शुरू किया। इसमें ड्रिप टेक्नीक से सिंचाई करना शुरू किया और आज वह फल और सब्जियां बेचकर सालाना 5 लाख रुपए तक कमाई कर लेते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे उन्होंने इंटरक्रॉपिंग खेती और नई टेक्नीक अपनाकर अपनी कमाई को कैसे बढ़ाया।

फल व सब्जियां उगाई

कुंवरसिंह ने अपने खेत (Earning lakhs from barren land) में विभिन्न प्रकार के आम लगाए हैं। जिनसे हर साल अच्छी कमाई हो जाती है। आम के पेड़ों के बीच में बची पड़ी खाली जमीन में फल व सब्जी उगाते हैं। खाली पड़ी जमीन में तरबूज, खरबूज, कटहल, भिंडी, मिर्ची और अन्य फल व सब्जियां उगाकर लाखों की कमाई कर रहे हैं। उनके खेत में हर प्रकार के आम के पेड़ लगे हैं।

ऐसे की खेती की शुरुआत

कुंवरसिंह ने बताया कि, जब वह घर से अलग हुए तो एक बंजर जमीन मिली थी। मेरे सामने चुनौती बड़ी थी। परिवार और बच्चों की जिम्मेदारी भी मुझ पर थी। जमीन में जगह-जगह पत्थर थे। उनको हटाकर धीरे-धीरे खेती के लायक जमीन तैयार की।

शुरुआत में बारिश के समय उड़द और मूंग की खेती करते थे। गर्मी में चने और गेहूं की खेती करते थे। कमाई 10 से 12 हजार रुपए तक ही होती थी। जिसके बाद उद्यानिकी विभाग की मदद से इंटरक्रॉपिंग खेती करना शुरू की। इससे कम लागत में ज्यादा मुनाफा होने लगा। खेतों में पाइपलाइन बिछाकर ड्रिप टेक्नीक से सिंचाई की। इससे पानी की बचत होने लगी।

उद्यानिकी विभाग ने दिखाई राह

किसान कुंवर सिंह ने बताया कि, पुराने तरीके की खेती (Earning lakhs from barren land) के समय उद्यानिकी विभाग के अफसरों के संपर्क में आया। जिसके बाद किसान कुंवर सिंह ने सबसे पहले खेत में हर किस्म के आम के पौधे लगाए। बीच में खाली पड़ी जमीन पर सब्जियां लगाना शुरू की। पानी की बर्बादी ना हो इसके लिए ड्रिप पद्धति से सिंचाई की।

फसलों में वर्मी कंपोस्ट जैविक केंचुआ खाद का इस्तेमाल किया। जिससे फसल की पैदावार अच्छी होने लगी। आम के पौधों के साथ ही अंतरवर्ती सब्जियां जैसे कि तरबूज, खरबूज, कटहल, भिंडी, मिर्ची और अन्य फल व सब्जियों की खेती शुरू की। इससे न केवल फसल की पैदावार अच्छी हुई बल्कि साथ ही मेरी आमदनी भी बढ़ गईं।

खेत से ही बिक जाते हैं फल

कुंवरसिंह ने बताया कि वर्मी कंपोस्ट के उपयोग से खेत में उगने वाले फल इतने स्वादिष्ट होते हैं कि, खेत से ही बिक जाते हैं। इसके चलते मुझे बाजार तक फल बेचने के लिए नहीं जाना पड़ता। सब्जियों के भी अच्छे दाम मिल जाते हैं।

इंटरक्रॉपिंग खेती क्या है ?

Earning lakhs from barren land | इंटरक्रॉपिंग का मतलब है की, खेत के बीच-बीच में या खाली जगह में एक फसल के साथ अन्य दूसरी फसल की खेती करना है। उदाहरण के तौर पर खेत में आम की खेती के साथ अन्य फसल ( तरबूज, खरबूज, कटहल, भिंडी, मिर्ची ) कर सकते हैं। कुंवर सिंह ने यह टेक्निक अपनाकर लाखों की कमाई कर रहे है। बीच की फसल ली जा सकती है, क्योंकि इस फसल की रोपाई खाली स्थान छोड़कर की जाती है।

यह भी पढ़िए…खेती के आइडिया ने बदली जिंदगी : एमबीए पति-पत्नी लाखों की नौकरी छोड़ कमा रहे करोड़ों रुपए

Modern Farming se bna Karodpati : आठवीं पास किसान बना करोड़पति, जानिए कैसे

ड्रिप सिंचाई व्यवस्था क्या है ?

ड्रिप सिंचाई व्यवस्था, यह सिंचाई की एक उन्नत तकनीक है, जिससे पानी की बचत होती है। इस विधि में पानी बूंद-बूंद करके पौधे या पेड़ की जड़ में सीधा पहुंचाया जाता है। इससे पौधे की जड़ पानी को धीरे-धीरे सोखती है। इस विधि के द्वारा उर्वरकों को पानी के साथ सीधा पौधों की जड़ में पहुंचाया जाता है जिसे फर्टिगेशन कहते हैं।

खेती को लेकर कई बार मिला पुरस्कार

Earning lakhs from barren land | कुंवरसिंह ने इंटरक्रॉपिंग खेती के साथ नए-नए इनोवेशन अपनाकर पूरे जिले में अपनी पहचान बनाई है। इसके लिए उन्हें जिले में कई बार पुरस्कार मिल चुका है। वह अपने खेतों में जैविक केंचुआ खाद का इस्तेमाल करते हैं।

यह भी पढ़िए…How to cultivate Coriander Farming : कम समय में धनिया की खेती से ले दोगुना मुनाफा

किसान इन 5 औषधीय पौधों की खेती करके कमा सकते हैं करोड़ों रुपये

सोयाबीन की बोवनी कर चुके किसानों के लिए आवश्यक बातें, कृषि विशेषज्ञों से जानिए

कृषि वैज्ञानिकों की सलाह : किसान सोयाबीन की पैदावार में हो रही गिरावट के चलते इन फसलों की भी बुवाई करें

जुड़िये चौपाल समाचार से-

ख़बरों के अपडेट सबसे पहले पाने के लिए हमारे WhatsApp Group और Telegram Channel ज्वाइन करें और Youtube Channel को Subscribe करें, हम सब जगह हैं।

नोट :- धर्म, अध्यात्म एवं ज्योतिष संबंधी खबरों के लिए क्लिक करें।

नोट :- टेक्नोलॉजी, कैरियर, बिजनेस एवं विभिन्न प्रकार की योजनाओं की जानकारी के लिए क्लिक करें।

राधेश्याम मालवीय

मैं राधेश्याम मालवीय Choupal Samachar हिंदी ब्लॉग का Founder हूँ, मैं पत्रकार के साथ एक सफल किसान हूँ, मैं Agriculture से जुड़े विषय में ज्ञान और रुचि रखता हूँ। अगर आपको खेती किसानी से जुड़ी जानकारी चाहिए, तो आप यहां बेझिझक पुछ सकते है। हमारा यह मकसद है के इस कृषि ब्लॉग पर आपको अच्छी से अच्छी और नई से नई जानकारी आपको मिले।
Back to top button

Adblock Detected

Please uninstall adblocker from your browser.