अगर इस कारण सोयाबीन फसल बर्बाद हुई है तो नहीं मिलेगा मुआवजा, इसके लिए किसान साथी यह करें
अगर आपकी फसल पीला मोजेक रोग (Fasal Bima claim 2022) व अन्य रोग से नष्ट हो गई है। तो आपको मुआवजा नहीं, इसके लिए किसान साथी यह उपाय करें।
Fasal Bima claim 2022 | सोयाबीन की फसल लगभग 70 – 80 दिनों की हो गई है। मानसून के इस सीजन में सोयाबीन फसल का भारी नुकसान हुआ है। देश के कई इलाकों में भारी बारिश के जलभराव से ना केवल जनजीवन प्रभावित हुआ है, बल्कि किसानों की फसलें भी पूरी तरह चौपट हो चुकी है। वहीं दूसरी ओर, खेतों में पानी भरने से बीमारियां व कीट का प्रकोप बना रहता है।
जैसे कि पीला मोजेक रोग जैसी बीमारियां फसल के उत्पादन पर असर डाल सकती है। अगर इनका उचित नियंत्रण नहीं हुआ तो फसल भी बर्बाद हो सकती है। अगर आपकी सोयाबीन की फसल पीलापन रोग से नष्ट (Fasal Bima claim 2022) हो गई है, तो उसके लिए किसान साथी यह उपाय कर सकते हैं.. इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें..
Fasal Bima claim 2022 | किनको मिलेगा मुआवजा
जानकारी के अनुसार बता दें कि मध्यप्रदेश कृषि विभाग द्वारा हाल ही में जारी की गई सूचना के अनुसार फसल बीमा की राशि किसानों को मिलेगी जिन किसानों फसल अतिवृष्टि या जलभराव के कारण नष्ट हो चुकी है। यदि किसी की फसल पीला मोजेक रोग या किसी अन्य कीट या बीमारी के कारण नष्ट होती है, तो उनको बीमारियां रोग का बीमा क्लेम नहीं मिलेगा।
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इसलिए किसान साथी ध्यान दे की, फसल में लगने वाले कीट व बीमारियों पर स्वयं को नियंत्रण पाना है। अगर फसल में कीट व रोग के लक्षण दिखाई देते हैं तो इस पर तुरंत ही कृषि वैज्ञानिकों या कृषि की जानकारी रखने वाले लोगों से रोग के नियंत्रण के बारे में जानकारी लेकर उचित दवाई का चयन कर सकते हैं।
घातक है पीला मोजेक रोग, नियंत्रण पाने के लिए यह उपाय करें
पीला मोजेक रोग क्या है – पीला मोजेक एक तरह का सूक्ष्म वायरस है, जो एक पौधे से पूरे खेत में फैल जाता है। अगर इस रोग को समय पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो यह भयानक रूप ले सकता है। यह रोग कितना घातक है कि इससे पूरी फसल नष्ट हो सकती है।
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लक्षण – जैसा कि इस रोग का नाम ही पीला मोजैक रोग (Fasal Bima claim 2022) है। इस प्रकार रोग में पौधे की पत्तियों हरे पीले धब्बे दिखाई देने लगते हैं। यह रोग मुख्यतः सफेद मक्खी के कारण फैलता है।
नियंत्रण के लिए यह उपाय करें – (1) थायमिथोक्सोजाम 25 डब्ल्यू.जी. 100 ग्राम प्रति हेक्टेयर में 500 लीटर तक के पानी के साथ उपयोग में ले।
(2) यदि खेत में कुछेक पौधों में पीलापन नजर आता है उन्हें उखाड़कर खेत से दूर गड्ढे में निष्कासित करें।
इस प्रकार मुआवजे की राशि (Fasal Bima claim 2022) मिलेगी
किसानों की फसल अगर बारिश या फिर किसी भी तरह के प्राकृतिक आपदा के चलते खराब हो जाती है, तो समय रहते वह प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से बीमा (Fasal Bima claim 2022) कंपनी में इसकी सूचना दर्ज करवा दें। ध्यान रहे कि यह सूचना आपको बीमा कंपनी को 72 घंटे के अंदर देनी होगी।
इसके बाद फिर बीमा कंपनी अपने किसी अधिकारी को खेत व फसल का मुआयना करने के लिए भेजेंगी कि कोई फसल खराब हुई है और खराब कैसे हुई। स्थिति की जांच के बाद किसानों के खाते में मुआवजे की बीमित राशि (Fasal Bima claim 2022) ट्रांसफर कर दी जाएगी।
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अतिवृष्टि या जलभराव से नष्ट फसल का मुआवजा कैसे ले
यदि आपकी फसल (सोयाबीन या अन्य कोई फसल) अतिवृष्टि, जलभराव एवं अन्य कारणों से नष्ट हो गई है। फसल के नुकसान के पश्चात बीमा कंपनी द्वारा प्रदान किए गए फार्म को सबमिट करना पड़ता है या बीमा कंपनी के प्रतिनिधि से संपर्क कर जानकारी से अवगत करा सकते हैं तत्पश्चात इसके नुकसान फसलों का बीमा (Fasal Bima claim 2022) के अंतर्गत मुआवजा दिया जाता है।
Fasal Bima claim 2022 | फसल का बीमा फार्म डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें – https://choupalsamachar.com/wp-content/uploads/2022/09/Copy-of-Claim-Intimation.pdf
समस्या आने पर यहां संपर्क करें – फसल बीमा की किसी भी प्रकार की समस्या आने पर एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी (AIC) टोल फ्री नंबर 18002337115 पर फोन कर सकते हैं।
NOTE – यदि आप फसल बीमा (Fasal Bima claim 2022) के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो यहां दी गई लिंक के माध्यम से ज्यादा जानकारी पा सकते हैं [ सोयाबीन की फसल अतिवृष्टि व जलभराव के कारण बर्बाद हुई, फसल बीमा मुआवजा कब व कैसे मिलेगा, जानें पूरी प्रक्रिया ]
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