पीएम फसल बीमा योजना से किसानों ने बनाई दूरी, जिलेवार लिस्ट को लेकर यह अपडेट
Fasal Bima List Jilevar SuChi 2022 | प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से किसान दूर होते जा रहे हैं इसकी वजह जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे।
Fasal Bima List Jilevar SuChi 2022 | प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के पश्चात पूरे देश भर में लागू प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से देशभर के करोड़ों किसान जुड़े हुए हैं यह योजना की शुरुआत इस योजना की जब शुरुआत हुई थी उस दौरान किसानों को इस योजना से काफी उम्मीदें थी किंतु अब धीरे-धीरे इस योजना से किसानों का मोह भंग होता जा रहा है।
योजना के अंतर्गत मध्य प्रदेश एवं देश के अन्य राज्यों के लाखों किसान प्राकृतिक आपदा में फसल नुकसान की भरपाई के लिए फसल बीमा करवाते हैं। लेकिन शत प्रतिशत किसानों को फसल नुकसान का उचित बीमा नहीं मिल पाने के कारण किसान अब इस योजना ( Fasal Bima List Jilevar SuChi 2022 ) से दूरी बनाने लगे हैं।
प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना क्या है
पीएम फसल बीमा योजना ( Fasal Bima List Jilevar SuChi 2022 ) फसल की विफलता के खिलाफ एक व्यापक बीमा कवर प्रदान करता है जिससे किसानों की आय को स्थिर करने में मदद मिलती है। इस योजना में सभी खाद्य और तिलहन फसलों और वार्षिक वाणिज्यिक/बागवानी फसलों को शामिल किया गया है, जिनके लिए पिछले उपज डेटा उपलब्ध है और जिसके लिए सामान्य फसल अनुमान सर्वेक्षण (जीसीईएस) के तहत अपेक्षित संख्या में फसल कटाई प्रयोग (सीसीई) किए जा रहे हैं।
यह योजना 18 फरवरी 2016 को प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी। 21 राज्यों ने इस योजना ( Fasal Bima List Jilevar SuChi 2022 ) को खरीफ 2016 में लागू किया जबकि 23 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों ने रबी 2016-17 में इस योजना को लागू किया है। किसान इन वजहों से इस योजना से दूरी बना रहे जानिए
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72 घंटे में बीमा योजना का लाभ मिलने का दावा फेल हुआ
फसल बीमा योजना ( Fasal Bima List Jilevar SuChi 2022 ) के अंतर्गत कंडीशन दी गई थी की फसल खराब होने की दशा में किसान द्वारा सूचित किए जाने के पश्चात 72 घंटे के दौरान फसल खराब होने वाले किसान को बीमा राशि का 25% बीमा क्लेम तत्काल मिलेगा। किंतु जमीनी हकीकत यह है कि किसानों को बीमा क्लेम नहीं मिलता है इसके कारण किसान इस योजना से दूरी बनाने लगे हैं।
फसल बीमा योजना के तहत नियम कहता है कि फसलें प्राकृतिक कारणों से बर्बाद हो जाती है तो सबसे पहले 72 घंटे के अंदर बीमा कंपनी की इसकी सूची देनी होगी। इस योजना के तहत किसान को 25 % बीमा राशि का भुगतान करना होगा। यह प्रावधान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ( Fasal Bima List Jilevar SuChi 2022 ) के अंतर्गत किया गया है।
किसानों की फसल बर्बाद होने पर आकलन नहीं हो पाता
फसल बीमा योजना ( Fasal Bima List Jilevar SuChi 2022 ) के अंतर्गत प्रावधान है कि किसानों की फसलें क्षेत्रीय तौर पर खराब होती है तो बीमा कंपनी अपने अधिकृत प्रतिनिधि को खेतों का मुआयना करने के लिए भेजेंगी। जिसके पश्चात खेतों में खराब हो चुकी फसलों का आंकलन कर बीमा कंपनी को रिपोर्ट दी जाएगी। लेकिन जमीनी हकीकत इसके विपरीत है किसानों की खराब फसलों का मौका मुआयना नहीं हो पाता है जिससे उन्हें बीमा नहीं मिल पाता है यही कारण है कि किसान अब इस योजना से कन्नी काटने लगे हैं।
एमपी में फसल बीमा योजना की जिलेवार सूची जारी नहीं हुई
मध्यप्रदेश में 12 फरवरी को 49 लाख किसानों के खातों में फसल बीमा क्लेम ( Fasal Bima List Jilevar SuChi 2022 ) की 7168 करोड़ रुपए की राशि डालने की प्रक्रिया की शुरुआत हुई थी। किसानों को यह फसल बीमा 2020 एवं खरीफ 2020 एवं रबी 2021 का मिलना था, किंतु सभी किसानों को फसल बीमा की राशि अब तक नहीं मिल पाई है। इनमें से तकरीबन 1 लाख किसानों को फसल बीमा राशि का भुगतान नहीं हो पाया। इतना ही नहीं फरवरी से लगाकर अब तक जिलेवार फसल बीमा लाभार्थी किसानों की सूची जारी नहीं हो पाई है।
यूपी में फसल बीमा का लाभ करोड़ों किसानों को नहीं मिलता
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ( Fasal Bima List Jilevar SuChi 2022 ) के तहत किसानों को आपदा के कारण होने वाले फसलों के नुकसान को कवर किए जाने का दावा किया जाता है। सरकार का दावा है कि इससे किसानों की आय स्थिर करने में मदद मिलती हैं। योजना के अंतर्गत देशभर के अब तक 36 करोड़ किसानों को लाभ मिला है। हिंदू योजना की वास्तविकता कुछ और ही बयां करती है एमपी के साथ-साथ यूपी के भी करोड़ों किसानों को योजना का लाभ नहीं मिल पाया है।
उत्तर प्रदेश में तकरीबन 2 करोड़ किसान हैं, लेकिन इस योजना में केवल 25 लाख की किसान को फायदा मिलता है। उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री की किसान फसल बीमा योजना ( Fasal Bima List Jilevar SuChi 2022 ) पर अब किसानों की बेरुखी देखने को मिल रही है। हालात यह है कि कई किसान फसल बीमा योजना का फायदा नहीं लेना चाहते हैं।
इस संबंध में किसान नेता हरिनाम वर्मा बताते हैं कि किसानों को किसी भी प्रकार का फसल बीमा योजना ( Fasal Bima List Jilevar SuChi 2022 ) का लाभ नहीं मिल रहा है। कई किसान ऐसे हैं जिनका कई सालों से पैसा कट रहा है और नुकसान होने के बावजूद भी मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। कई किसान ऐसे हैं जो सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनको पता ही नहीं है कि किसान फसल बीमा योजना होती ही क्या है।
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