कृषि तकनीक

किसान अपने खेत की गिरदावरी स्वयं करें, कैसे होती है ई-गिरदावरी जानिए स्टेप बाय स्टेप

किसान ई-गिरदावरी (Fasal E-Girdawari 2022 kaise karen) अपनायें और अपने खेत से स्वयं फसल की जानकारी दर्ज कराके फायदा उठाए।

Fasal E-Girdawari 2022 kaise karen | खेती किसानी के कार्य में टेक्नोलॉजी का प्रभाव बढ़ता जा रहा है टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से किसानों को सुविधा हो रही है वही समय की बचत के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी होता है।

मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को एक और सुविधा प्रदान की है यह सुविधा के तहत किसान अपने खेत की गिरदावरी स्वयं कर सकता है। इतना ही नहीं किसान अपने खेत की गिरदावरी करके स्वयं जानकारी को अपलोड कर सकता है।

ई-गिरदावरी (Fasal E-Girdawari 2022 kaise karen) क्या है?

मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए “एमपी किसान एप” डेवेलप किया है। इस ऐप पर प्रदेश की भौगोलिक जानकारी दर्ज है। जमीन का रिकॉर्ड इस ऐप पर सुरक्षित है। मध्य प्रदेश सरकार ने इस ऐप को इस प्रकार डिवेलप किया गया है कि इसे किसान स्वयं भी आपरेट यानी कि संचालित कर सकता है।

इतना ही नहीं अपनी जमीन का डाटा स्वयं देख सकता है एवं गिरदावरी करके इस ऐप पर डाटा प्रविष्ट कर सकता है। किसान द्वारा अपनी जमीन का डाटा प्रविष्ट करना ही फसल ई-गिरदावरी हैं, मतलब किसानों को कहीं जाने की आवश्यकता नहीं ऑनलाइन एक इस ऐप के माध्यम से किसानों को सभी सुविधा मिल पाएगी।

किसान ई-गिरदावरी का उद्देश्य

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश राजस्व विभाग में अमले की कमी है, वहीं टेक्नोलॉजी का दौर चल रहा है। समय की बचत एवं किसान द्वारा स्वयं अपनी जमीन का रिकॉर्ड सुरक्षित करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने ई- गिरदावरी का कार्य शुरू किया है, इसका मुख्य उद्देश्य यही है कि किसानों के खेत की जानकारी सही सही अपलोड हो सके।

ई-गिरदावरी की अंतिम तारीख यह है

किसान ई-गिरदावरी (Fasal E-Girdawari 2022 kaise karen) अपनायें और अपने खेत से ही स्वयं फसल की जानकारी दर्ज करायें। सरकार ने ई-गिरदावरी की समय-सीमा फसल की जानकारी एक अगस्त से 15 अगस्त 2022 तक दर्ज करा सकते हैं।

ई-गिरदावरी से प्राप्त रिकॉर्ड का यहां उपयोग होगा

गिरदावरी की उपयोगिता प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभ के लिये, किसान क्रेडिट कार्ड, फसल ऋण एवं कृषि ऋण, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपज उपार्जन के लिये, फसल हानि की स्थिति के आंकलन में आवश्यक और कृषि योजनाओं के विभिन्न आवेदनों में उपयोगी रहेगी।

ई-गिरदावरी की प्रक्रिया स्टेप बाय स्टेप

  • Fasal E-Girdawari 2022 kaise karen | भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार किसान ई-गिरदावरी की प्रक्रिया गूगल प्ले स्टोर से एमपी किसान एप डाउनलोड कर लॉगइन करें।
  • फसल स्वघोषणा/दावा-आपत्ति ऑप्शन पर क्लिक कर अपने खाते को जोड़ें।
  • प्लस ऑप्शन पर क्लिक कर जिला/तहसील/ग्राम/खसरा आदि का चयन करें।
  • खसरे पर क्लिक करने पर सेटेलाइट के माध्यम से संभावित फसल की जानकारी मिलेगी।
  • सहमत होने पर एक क्लिक करते ही खेत पर खड़े होकर यही जानकारी दर्ज हो जायेगी।
  • सेटेलाइट की जानकारी न होने अथवा सेटेलाइट की जानकारी से असहमत होने पर फसल की जानकारी खेत में खड़े होकर लाईव फोटो के साथ दर्ज कर सकते हैं।

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राधेश्याम मालवीय

मैं राधेश्याम मालवीय Choupal Samachar हिंदी ब्लॉग का Founder हूँ, मैं पत्रकार के साथ एक सफल किसान हूँ, मैं Agriculture से जुड़े विषय में ज्ञान और रुचि रखता हूँ। अगर आपको खेती किसानी से जुड़ी जानकारी चाहिए, तो आप यहां बेझिझक पुछ सकते है। हमारा यह मकसद है के इस कृषि ब्लॉग पर आपको अच्छी से अच्छी और नई से नई जानकारी आपको मिले।
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