छोटे एवं सीमांत किसानों को सोयाबीन का बीज फ्री में मिलेगा, इनसे करें संपर्क
खरीफ सीजन के लिए सरकार छोटे एवं सीमांत किसानों को फ्री में सोयाबीन ( Free Soybean Beej Yojana 2022 ) बीज उपलब्ध कराएगी। जानें पूरी योजना
Free Soybean Beej Yojana 2022 : केंद्र एवं राज्य सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए सरकार अलग-अलग प्रकार की योजना चला रही है, इन योजनाओं में एक योजना है छोटे एवं सीमांत किसानों के लिए सोयाबीन बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए चलाई जाने वाली सोयाबीन बीज निशुल्क उपलब्ध कराने वाली योजना। इस योजना के तहत छोटे एवं सीमांत किसानों को कृषि विभाग द्वारा निशुल्क सोयाबीन बीज के मिनिकिट्स दिए जाते हैं। मध्य प्रदेश सरकार की यह पूरी योजना क्या है? इसके अंतर्गत किन किसानों की पात्रता है? योजना का लाभ लेने के लिए किससे संपर्क करना होगा सब कुछ जानिए।
सोयाबीन बीज के मिनिकिट्स ( Free Soybean Beej Yojana 2022 ) मिलेंगे
खरीफ फसलों की बुवाई के लिए तैयार किसानों के लिए अच्छी खबर यह है कि उन्हें सोयाबीन बीज उच्च गुणवत्ता युक्त मिनी किटस कृषि विभाग द्वारा मिलेंगे। इसके अलावा किसानों को अनुदान पर सोयाबीन बीज भी मिलेगा। मध्य प्रदेश सरकार ने सभी प्रकार की फसलों के लिए अनुदान की दरें तय कर दी है। राज्य सरकार ने 25 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज का इंतजाम भी कर लिया है। किसानों को सोयाबीन सहित खरीफ की कई अन्य फसलों के बीज खरीदने पर भी अनुदान मिलेगा।
फ्री में सोयाबीन बीज का मिनिकिट्स लेने के लिए क्या करें
मध्य प्रदेश सरकार छोटे एवं सीमांत किसानों को सोयाबीन बीज के छोटे-छोटे मिनिकिट्स प्रदान कर रही है। 8 – 8 किलो वजन के यह मिनिकिट्स छोटी जोत एवं सीमांत कृषकों को कृषि विभाग के द्वारा प्रदान किए जा रहे हैं। किसान साथी यह मिनिकिट्स लेने के लिए कृषि विभाग के स्थानीय अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं। कृषि विभाग द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रत्येक जिला स्तर से तहसील स्तर पर मिनिकिट्स यानी कि छोटे बैग भेज दिए गए हैं, तहसील स्तर से प्रत्येक ग्राम स्तर पर ग्राम सेवक के माध्यम से किसानों को मिनिकिट्स दिए जाएंगे।
मिनिकिट्स लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज
किसानों को कृषि विभाग द्वारा दिए जा रहे मिनिकिट्स लेने के लिए ज्यादा औपचारिकताएं पूरी नहीं करना पड़ेगी। किसान साथियों को अपनी जमीन की खसरा b1, पावती, आधार कार्ड लेकर ग्राम सेवक के पास जाना होगा जहां उन्हें बीज मिल जाएगा।
इधर, सोयाबीन बीज खरीदने पर मिलेगा अनुदान
किसानों को प्रदेश सरकार द्वारा प्रमाणित सोयाबीन का बीज ₹2000 अनुदान के साथ मिलेगा सरकार ने सोयाबीन के प्रमाणित बीज की दर 10,100 रुपए प्रति क्विंटल तय की है। सोयाबीन का यह प्रमाणित बीज किसानों को 8100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से दिया जाएगा। इस पर 2000 रुपये का अनुदान दिया जाएगा। किसानों को सोयाबीन का यह बीज प्राप्त करने के लिए भी तहसील स्तर पर ग्रामसेवक या कृषि विभाग के अधिकारियों से संपर्क करना होगा। कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार किसानों को जो भी बीज नगद में दिया जाएगा उसे ऋण पुस्तिका यानी जमीन की पावती में दर्ज करना होगा। बीज संस्थाएं अधिकतम 30% बीज नगद में दे सकती है। प्रदेश के किसानों को बीज वितरण करने पर ही अनुदान की पात्रता मिलेगी।
किसानों को यह सुविधा भी मिलेगी
सरकार द्वारा प्रमाणित संस्थाओं से अभी बीज खरीदने के बाद उस बीज से प्राप्त उपज सरकार तक दर में खरीदेगी। सरकार ने इस खरीदी के लिए दरें अभी से तय कर दी है। सरकार किसानों से सोयाबीन का बीज 7500, तिल 9100, रामतिल 6950, मूंगफली छिलकायुक्त 5600, धान सुगंधित 2600, धान मोटा 2000, धान पतला 2500, मक्का 2000 , मक्का हाइब्रिड 9000 , ज्वार 2500, कोदो 2500 , मूंग 7300, उड़द 6450 और अरहर का प्रति क्विंटल प्रमाणित बीज 6,400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से उपार्जित करेगी यानी कि खरीदेगी।
बीज दर एवं उस पर प्राप्त होने वाला अनुदान
- सोयाबीन- 8,100- 2,000
- तिल- 8,800- 4,000
- रामतिल- 6,600- 4,000
- मूंगफली- 4,200- 4,000
- धान सुगंधित- 4,100- 1,000
- धान मोटी- 2,500- 2,000
- धान पतली-3,000- 2,000
- मक्का-1,600- 3,000
- मक्का हाइब्रिड-8,700- 3,000
- ज्वार- 2,800-3,000
- कोदो- 2,500- 3,000
- कुटकी- 4,500- 5,000
- मूंग- 5,400- 5,000
- उड़द- 4,500-5,000
- अरहर- 4,500- 5,000
सब्सिडी किसानों के खातों में जमा होगी
कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बीज अनुदान की राशि सीधे किसानों के खाते में जमा कराई जाएगी। किसी भी बीज वितरण संस्था को किसानों को भुगतान करने के लिए अनुदान की राशि नहीं दी जाएगी।
प्रदेश में बीज की पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध
Free Soybean Beej Yojana 2022 : मध्यप्रदेश में खरीफ 2022 के लिए धान, मक्का, ज्वार, बाजारा, कोदो-कुटकी, उड़द, मूंग, तुअर, सोयाबीन, मूंगफली, तिल, रामतिल और कपास की कुल 25.9011 लाख क्विंटल बीज की व्यवस्था की गई है। गत वर्ष 17.1344 लाख क्विंटल बीज की व्यवस्था की गई थी। इस तरह गत वर्ष से खरीफ के लिए 8.7667 लाख क्विंटल अधिक मात्रा में बीज की उपलब्धता है।
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