सरकार नहीं बेचेगी गेहूं, खुले मार्केट में गेहूं की कमी के चलते बढ़ेंगे दाम
मध्य प्रदेश के किसानों एवं आम नागरिकों के लिए गेहूं भाव (Gehun Bhav 2022) को लेकर बड़ी खबर है।
Gehun Bhav 2022 | गेहूं निर्यात के प्रतिबंध के पश्चात अब गेहूं को लेकर बड़ी खबर आई है। सरकार के पास गेहूं का पर्याप्त भंडार है होने के बावजूद सरकार अब खुले बाजार में गेहूं नहीं बेचेगी। बताया जा रहा है कि इस वर्ष समर्थन मूल्य पर गेहूं की कम खरीदी होने के कारण सरकार ने यह निर्णय लिया है।
सरकार के इस निर्णय के पश्चात गेहूं के भाव में बढ़ोतरी होगी। सरकार के इस निर्णय का फायदा किसानों के साथ-साथ बड़े व्यापारियों को मिलना तय है बताया जा रहा है कि बड़े व्यापारियों ने गेहूं का पर्याप्त स्टॉक कर रखा है वहीं किसानों के पास में भी गेहूं का स्टॉक है। मंडी व्यापारियों के अनुसार गेहूं का बफर स्टॉक अगस्त माह में बिकने लगेगा।
लोकमान गेहूं (Gehun Bhav 2022) के भाव बढ़े
मंडियों में मिल क्वालिटी गेहूं के भाव मैं 50 से 100 रुपए की तेजी आई है। भाव मिल क्वालिटी गेहूं के भाव अट्ठारह सौ पचास से 1950 रुपए (इंदौर मंडी) बताया जा रहा है। वहीं लोकवन गेहूं के भाव बढ़कर 2350 रुपए तक हो गए हैं।
कांडला में गेहूं के भाव 2250 रुपए रहने से अब उज्जैन इंदौर कृषि उपज मंडियों से गेहूं की गाड़ियां अधिक तादाद लोड होने लगी है। इसका फायदा आने वाले समय में किसानों को देखने को मिलेगा। मंडियों में गेहूं के भाव में बढ़ोतरी होना निश्चित है। मंडी व्यापारी गेहूं के भाव बढ़ने की एक और वजह बता रहे हैं कि गेहूं एवं आटा जीएसटी में सम्मिलित होने के कारण भी गेहूं के भाव में इजाफा होगा।
गेहूं के रेट में कितनी बढ़ोतरी होगी
सरकार गेहूं और आटा पर नए फैसलेले रही है। हाल ही में सरकार ने गेहूं एवं आटा को जीएसटी में सम्मिलित करने का फैसला लिया है इसके विरोध में मध्यपदेश एवं राजस्थान की कई मंडियों में हड़ताल हुई। सरकार के इस निर्णय के पश्चात खुले बाजार में गेहूं के भाव (Gehun Bhav 2022) में बढ़ोतरी होगी। हालांकि निर्यात पर प्रतिबंध के चलते यह बढ़ोतरी अधिक नहीं होगी। मंडी व्यापारी बताते हैं कि गेहूं के भाव में ज्यादा से ज्यादा 100 रुपए से लेकर 200 रुपए तक की तेजी आ सकती है।
इधर सरकारी गोदामों में गेहूं लबालब होने के साथ ट्रेडर्स और किसानों के पास भारी मात्रा में स्टॉक होने से देश में गेहूं की कमी भी नहीं है। कीमतों को काबू में करने के लिए सरकार का यह काम आगे आने वाली तेजी को रोकेगा। इधर सरकार फ्री का गेहूं घटाकर उसके स्थान पर चावल देना शुरू कर दिया।
वैश्विक स्तर पर गेहूं का संकट रहेगा
रूस यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के मद्देनजर वैश्विक स्तर पर खाद्यान्न संकट गहराया हुआ है। व्यापार विशेषज्ञ इस संकट को आगे भी बरकरार रहने की आशंका जता रहे हैं। इधर विश्व स्तर पर गेहूं की पैदावार घटने की संभावना बनी हुई है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि भारत और यूरोपीय यूरोपियन देशों में गेहूं का उत्पादन घटेगा। हालांकि दूसरी ओर वर्ष 2022 -23 के दौरान रूस में गेहूं का उत्पादन बढ़ने से इसकी आंशिक भरपाई होने की संभावना है। इधर विश्व में भारत की सप्लाई घटने से अंतिम स्टॉक घटेगा।
यह रहेगी वैश्विक स्तर पर गेहूं की स्थिति
Gehun Bhav 2022 | वर्ष 2022 -23 के दौरान गेहूं की पैदावार और निर्यात घटने का अनुमान बना हुआ है। वर्ष 2022 टी20 में गेहूं का वैश्विक उत्पादन 77.34 करोड़ टन रहने का अनुमान जताया जा रहा है, जो वर्ष 2020 – 21 की तुलना में कम है। अमेरिकी कृषि विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2022 -23 के दौरान विश्व स्तर पर ईरान और पाकिस्तान गेहूं का अधिक आयात करेगा जबकि बांग्लादेश और श्रीलंका में आयात घटेगा रूस अर्जेंटीना और उज्बेकिस्तान का गेहूं का निर्यात बढ़ेगा लेकिन भारत का निर्यात घटेगा। यूएसडीए ने वर्ष 2022 – 23 सीजन के लिए गेहूं के औसत भाव को 10.75 डालर प्रति बुशल पर स्थिर रखा है।
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