गेहूं, आटा, मैदा और सूजी के निर्यात पर रोक लगी, क्या देश में बढ़ेगी गेहूं और आटे की कीमत जानिए
गेंहू तथा आटा (Genhu Today Rate) के निर्यात पर बैन लगने पर बढ़ सकती है इनकी कीमत, क्या रहेगी इनकी स्थिति, यहां जानें
Genhu Today Rate | दुनिया में गेंहू, आटा और मैदा यह सभी चीजे खाद्यान्न में प्रमुख है। इनके भाव घटने-बढ़ने पर निश्चित तौर पर देश की अर्थव्यवस्था पर असर डालती है। हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है। यहां का किसान इतना गेंहू का उत्पादन करता है, जिससे देश में खाद्यान्न की आपूर्ति तो होती ही है, साथ ही अन्य देशों को भी ट्रांसपोर्ट किया जाता है। मिस्र ने भारत से गेहूं के इंपोर्ट को मंजूरी दी है। गेहूं, आटा, मैदा और सूजी के निर्यात पर रोक लगी है, क्या इससे देश में गेहूं और आटे की कीमत बढ़ेगी ? जानें
गेहूं और आटे के निर्यात पर रोक लगा
पूरी दुनिया की बढ़ती मांग को देखते हुए संभावना है कि वित्त वर्ष 2022-23 में गेहूं (Genhu Today Rate) का निर्यात रिकॉर्ड 100 लाख टन पार कर जाएगा। इस वर्ष 2022 में 15 अप्रैल को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्वीट के जरिए अपनी बात रखी थी। तब भारत रिकॉर्ड स्तर पर विदेशों में गेहूं बेच रहा था, लेकिन 4 महीने बाद ही स्थिति इतनी बदल गई कि शनिवार को भारत सरकार ने गेहूं के अलावा आटा, मैदा और सूजी तक के एक्सपोर्ट पर बैन लगा दिया।
भारत ने 70 लाख टन गेहूं बेंचा
- दुनिया में बढ़ती कीमतों का फायदा उठाने के लिए भारत ने इस साल मार्च तक करीब 70 लाख टन गेहूं (Genhu Today Rate) एक्सपोर्ट किया। जो पिछले साल की तुलना में 215% ज्यादा है।
- इस वर्ष 2022 की शुरुआत में रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू होने से सप्लाई चेन टूट गई। लिहाजा इंटरनेशनल मार्केट में गेहूं की डिमांड काफी तेजी से बढ़ गई। कई पड़ोसी देश भारत की ओर देखने लगे।
- अप्रैल 2022 में भारत ने रिकॉर्ड 14 लाख टन गेहूं एक्सपोर्ट किया था, लेकिन मई में देश में गेहूं (Genhu Today Rate) के संकट को देखते हुए भारत सरकार ने इसके एक्सपोर्ट पर बैन लगा दिया।
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देश में इस बार गेहूं का सबसे कम स्टॉक
वर्ष 21 अगस्त 2022 को ‘लाइव मिंट’ ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि FCI के पास अगस्त महीने में पिछले 14 साल में गेहूं का स्टॉक सबसे कम था। इसकी वजह से इस साल के जुलाई महीने में आम लोगों के लिए गेहूं (Genhu Today Rate) की कीमतों में 11.7% की बढ़ोतरी हुई थी। वहीं, ब्लूमबर्ग रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत में गेहूं की कमी और दुनिया भर में बढ़ रही कीमतों के बीच अब अधिकारी विदेश से गेहूं लाने पर विचार कर रहे हैं।
हालांकि, रिपोर्ट के सामने आते ही भारत सरकार की ओर से सफाई दी गई थी। सरकार ने कहा था कि विदेश से गेहूं खरीदने (Genhu Today Rate) का कोई प्लान नहीं है और देश में गेहूं का पर्याप्त स्टॉक है।
देश में गेहूं की कमी की ओर इशारा करती ये बातें
भारत सरकार भले ही गेहूं की कमी को नकार रही हो, लेकिन इन कारणों से पता चलता है कि आने वाले दिनों में गेहूं (Genhu Today Rate) की कमी होने वाली है –
- ब्लूमबर्ग रिपोर्ट ने दावा किया कि गेहूं की कमी और बढ़ती कीमतों के बीच सरकारी अधिकारी विदेशों से गेहूं खरीदने पर विचार कर रहे हैं।
- इस वर्ष मई में केंद्र सरकार ने एक्सपोर्ट पॉलिसी में संशोधन करते हुए गेहूं के निर्यात को रिस्ट्रिक्टेड कैटेगरी (प्रतिबंधित श्रेणी) में कर दिया था।
- अगस्त 27 को सरकार ने सिर्फ गेहूं ही नहीं आटा, मैदा और सूजी के एक्सपोर्ट पर भी रोक लगाने का फैसला लिया।
- रिपोर्ट में कहा गया कि अधिकारी गेहूं (Genhu Today Rate) के आयात को बढ़ावा देने के लिए इंपोर्ट ड्यूटी में 40% कटौती की भी चर्चा कर रहे हैं।
वर्ष 2015 से 2020 तक देश में इतना गेंहू उत्पादन
- वर्ष 2015 में 2,750 किलोग्राम/हेक्टेयर,
- वर्ष 2016 में 3,034 किलोग्राम/हेक्टेयर,
- वर्ष 2017 में 3,200 किलोग्राम/हेक्टेयर,
- वर्ष 2018 में 3,368 किलोग्राम/हेक्टेयर
- वर्ष 2019 में 3,533 किलोग्राम/हेक्टेयर
- वर्ष 2020 में 3,440 किलोग्राम/हेक्टेयर उत्पादित हुआ।
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इस वर्ष मौसम के कारण 25% तक घटी थी गेहूं की पैदावार
इस बार गेहूं की पैदावार (Genhu Today Rate) में कमी का सबसे बड़ा कारण मौसम है। मार्च से हीटवेव शुरू हो गई, जबकि मार्च में गेहूं के लिए 30 डिग्री से ज्यादा टेम्प्रेचर नहीं होना चाहिए, क्योंकि इसी समय गेहूं के दानों में स्टार्च, प्रोटीन और अन्य ड्राई मैटर्स जमा होते हैं। कम तापमान गेहूं के दानों का वजन बढ़ाने में मदद करता है। इस बार मार्च में कई बार तापमान 40 डिग्री को पार कर गया। इससे गेहूं (Genhu Today Rate) समय से पहले ही पक गया और दाने हल्के रह गए। इसका असर यह हुआ कि गेहूं की पैदावार 25% तक घट गई।
इस कारण देश में गेंहू की कमी हुई
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस बार केंद्र ने गेहूं (Genhu Today Rate) का उत्पादन 11.13 करोड़ टन रहने की उम्मीद जताई थी। यह अब तक का सबसे अधिक है, लेकिन मौसम की मार की वजह से उत्पादन घटकर 10 करोड़ टन से भी कम रह गया है। इसके चलते भारत में गेहूं की कीमत पहले ही अपने उच्चतम स्तर पर चली गई।
ऐसे में आटे की कीमतों में भी तेजी आना है। सरकारी एजेंसियों की गेहूं खरीद इस साल घटकर 1.8 करोड़ टन पर आ गई है। यह बीते 15 सालों में सबसे कम है। सत्र 2021-22 में कुल 4.33 करोड़ टन गेहूं की सरकारी खरीद (Genhu Today Rate) हुई थी।
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इस वजह से बढ़ सकते है गेंहू और आटे के भाव
देश में त्योहारी सीजन शुरू हो गया है। आमतौर पर त्योहारी सीजन में गेहूं से बनी वस्तुओं की खपत बढ़ जाती है। एक्सपर्ट आशंका जता रहे हैं, कि आने वाले महीनों में गेहूं और आटा (Genhu Today Rate) के दाम और बढ़ सकते हैं। 22 अगस्त को जहां गेहूं की कीमत 31.04 रुपए प्रति किलोग्राम थी। वहीं पिछले साल 22 अगस्त को गेहूं की कीमत 25.41 रुपए प्रति किलोग्राम थी। यानी पिछले साल के मुकाबले इस साल अगस्त में गेहूं की कीमतों में 22% तक का इजाफा हो चुका है।
इसका असर आटे के दाम में भी देखने को मिल रहा है। पिछले साल के मुकाबले इस साल अगस्त में आटे की कीमत 17% तक बढ़कर 35.17 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है। वहीं पिछले साल यह 30.04 रुपए प्रति किलोग्राम थी। यही वजह है कि सरकार ने मई में गेहूं के एक्सपोर्ट (Genhu Today Rate) पर बैन लगाने के बाद अब आटा, सूजी और मैदे के एक्सपोर्ट पर भी बैन लगा दिया है। सरकार की कवायद बढ़ती कीमतों को रोकने की है।
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गेंहू उत्पादन करने में भारत दूसरे नंबर पर
पूरी दुनियाभर में सबसे ज्यादा गेहूं (Genhu Today Rate) उत्पादित करने के मामले में पहले नंबर चीन है, वही भारत दूसरे नंबर पर हैं। लेकिन, गेहूं के एक्सपोर्ट में दुनिया के टॉप 10 देशों में भारत शामिल नहीं है। सिर्फ 5 देश जिनमें अमेरिका, कनाडा, रूस, फ्रांस और यूक्रेन इत्यादि शामिल है। इनमें से 30% अकेले रूस और यूक्रेन से एक्सपोर्ट होता है।
रूस का आधा गेहूं मिस्र, तुर्की और बांग्लादेश खरीदता है। वहीं यूक्रेन से मिस्र, इंडोनेशिया, फिलीपींस, तुर्की और ट्यूनीशिया गेहूं (Genhu Today Rate) खरीदते हैं। ऐसे में जब गेहूं के एक्सपोर्ट करने वाले दोनों बढ़े देशों के बीच जंग छिड़ी होने पर, दुनिया में गेहूं की कमी होना जायज है। यही वजह है दुनिया में गेहूं के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं।
गेंहू के अभी यह भाव चल रहे
- अब वर्षा रुकने के बाद आटा, रवा और मैदा (Genhu Today Rate) में त्योहार की मांग जल्द शुरू होने की उम्मीद की जा रही है।बाजार में गेंहू के भाव यह चल रहे –
- इंदौर मंडी में गेहूं (Genhu Today Rate) मिल क्वालिटी 2375-2400, गेंहू पूर्णा 2450-2500, गेंहू लोकवन 2500- 2550, गेंहू मालवराज 2250-2275 तथा मक्का 2500-2525 रूपए क्विंटल रहा।
- वहीं आटा 1370-1390, रवा 1530-1550, मैदा 1490-1510 और बेसन 3100 रूपए कट्टा के दाम पर बिक रहे है।
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