कृषि समाचार

व्यापारियों में फैला डर, ऐसा हुआ तो गेहूं के भाव में तेज गिरावट होगी, जानिए क्या है पूरा माजरा

गेहूं निर्यात प्रतिबंध के बाद सरकार उठाएगी (Kya Sarkar stock Sema lagu karegi) यह कदम। इससे गेहूं के भाव में तेज गिरावट होने की संभावना है।

Kya Sarkar Stock Sema lagu karegi | सरकार ने गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया हुआ है निर्यात पर प्रतिबंध लगाए 1 सप्ताह हो गया है इस दौरान इस प्रतिबंध के विरोध में व्यापारियों ने 2 दिन तक मंडिया बंद रखी थी जिसके बाद सरकार ने कुछ सीमा तक निर्यात प्रतिबंध में ढील दी लेकिन इस राहत के बाद भी व्यापारियों को एक ऐस डर सता रहा है की इसके बाद गेहूं के भाव में तेज गिरावट होने की पूरी संभावना है।

इसका असर मंडियों पर तो पड़ेगा ही वही किसानों को भी इससे नुकसान होने की संभावना है। दरअसल बाजार एवं प्रशासनिक हलके में चर्चा यह है कि निर्यात पर प्रतिबंध के पश्चात अब केंद्र सरकार स्टॉक सीमा लागू करने वाली है।

व्यापारियों में फैला डर(Kya Sarkar stock Sema lagu karegi)

केंद्र सरकार द्वारा अचानक गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी थी। रोक लगाने के पहले किसी प्रकार की सूचना नहीं दी गई थी। इसके कारण व्यापारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा, निर्यात के लिए बंदरगाह भेजे गए ट्रक वही रोक दिए गए थे। हालांकि बाद में गेहूं निर्यात को लेकर केंद्र सरकार ने कुछ राहत दी थी किंतु अब फिर से व्यापारियों को चिंता होने लगी है।

अब चिंता की वजह खाद्य विभाग में चल रही वह खबरें हैं जिनमें कहा जा रहा है कि सरकार जल्द ही खाद्य पदार्थों की स्टॉक लिमिट तय करने वाली है। ज्ञात हो कि गेहूं भी खाद्य पदार्थों की श्रेणी में आता है। मतलब सरकार ऐसा कोई निर्णय लेती है तो व्यापारिक तय सीमा से अधिक माल स्टॉक नहीं रख पाएंगे। व्यापारियों की चिंता का यही कारण है।

5 जून के बाद गेहूं स्टाक सीमा का निर्धारण हो सकता है

केंद्रीय खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग से इस बारे में खबरें बाहर आ रही है कि केंद्र सरकार 5 जून के बाद गेहूं पर स्टाक सीमा का निर्धारण कर सकती है। इस साल सरकार का लक्ष्य 444 लाख टन गेहूं खरीदने का था परंतु सरकार 30 अप्रैल तक 180 लाख टन ही खरीद कर पाई है। अगर केंद्र सरकार ने एक्सपोर्ट पर पाबंदी लगाने के बाद अब स्टाक सीमा भी लगा दी तो गेहूं के दाम एमएसपी से 200-250 रुपये नीचे आ सकते हैं। इसलिए केंद्र सरकार ने किसानों के हित में सरकारी दाम पर किसानों को आखिरी मौका देते हुए सरकारी खरीद 31 मई तक बढ़ा दी है।

मंडियों में बड़ी गेहूं की आवक, व्यापारी भी निकाल रहे अपना स्टॉक

स्टाक सीमा लगने की आशंका से किसानों द्वारा नुकसान से बचने के लिए पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश समेत कई राज्य में सरकारी कांटे पर गेहूं तुलवाने के लिए मंडियों में आवक 5 से 10 गुना तक बढ़ गई है। जबकि मंडियों में दाम में गिरावट होने से आवक कमजोर पड़ गई है। वर्ष 2006 के बाद इस साल गेहूं का स्टाक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र, बिहार के किसानों और व्यापारी के पास 450-550 लाख टन का बताया जा रहा है।

गेहूं के भाव में गिरावट होगी

यह बात भी साफ है कि सरकार के पास भी गेहूं का बफर स्टाक अनुमान से अधिक है। अगर स्टाक सीमा लागू होती है तो गेहूं के वर्तमान दामों में 200 रुपये से ज्यादा की गिरावट संभव है। दूसरी ओर शनिवार को इंदौर मंडी में गेहूं की आवक छावनी में सिर्फ दो हजार बोरी तक सिमट गई। लेवाली ठंडी है। मिल क्वालिटी और मालवराज किस्म के गेहूं में 50 रुपये की गिरावट आ गई है।

गेहूं के वर्तमान भाव यह है

मिल क्वालिटी गेहूं 2000 बेस्ट 2032-2050, मालवराज 2000 से 2050, लोकवन (1544) 2150- 2300 शरबती 3200-4500 रुपये प्रति क्विंटल तक बिका। इधर, मसूर में सीमित पूछताछ से भाव पुन: मजबूत बोले गए। मसूर 6750-6775 रुपये प्रति क्विंटल तक बोली गई। अन्य दाल- दलहन में कारोबार सुस्त होने से भाव में स्थिरता रही।

इंदौर मंडी में भुगतान प्रक्रिया बदलेगी

Kya Sarkar Stock Sema lagu karegi | कृषि उपज मंडी समिति ने आदेश जारी कर दिया है कि अब मंडी में किसानों को दो लाख रुपये तक यानी 1 लाख 99 हजार 999 रुपये तक नकद भुगतान उसी दिन किया जाएगा। मंडी सचिव ने व्यापारियों को आदेश दिया है कि किसानों को यह राशि नकद और शेष राशि उसी दिन आरटीजीएस के माध्यम से दी जाए। दरअसल इंदौर मंडी में बीते दिनों कई किसानों के साथ कुछ व्यापारियों ने ठगी कर ली थी। इसे देखते हुए यह आदेश जारी किया गया है। 1 जून से आदेश मंडी में प्रभावी हो जाएगी।

दरअसल प्रदेश की अन्य मंडियों में तो किसानों को दो लाख रुपये तक नकद दे रहे थे सिर्फ इंदौर मंडी में ही 10 हजार रुपये की सीमा व्यापारियों ने लागू कर रखी थी। इसके चलते मंडी में माल की आवक भी कमजोर पड़ गई थी।

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राधेश्याम मालवीय

मैं राधेश्याम मालवीय Choupal Samachar हिंदी ब्लॉग का Founder हूँ, मैं पत्रकार के साथ एक सफल किसान हूँ, मैं Agriculture से जुड़े विषय में ज्ञान और रुचि रखता हूँ। अगर आपको खेती किसानी से जुड़ी जानकारी चाहिए, तो आप यहां बेझिझक पुछ सकते है। हमारा यह मकसद है के इस कृषि ब्लॉग पर आपको अच्छी से अच्छी और नई से नई जानकारी आपको मिले।
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