यह 8 प्रकार के आधुनिक कृषि यंत्र खेती किसानी को नई दिशा प्रदान करेंगे, जानिए इन यंत्रों के बारे में
आधुनिक कृषि यंत्र से कृषि कार्यों में होगी सुविधा, आधुनिक 8 कृषि (Modern 8 Agricultural Yantra) यंत्रों के बारे मे जानिए
Modern 8 Agricultural Yantra | देश की बढ़ती हुई आबादी की खाद्य समस्या को हल करने के लिए सघन खेती अति आवश्यक है। इस विधि से एक ही खेत में एक वर्ष में कई फसलें ली जा सकती हैं। इसके लिए उन्नत बीज, रासायनिक खाद, कीटनाशी दवा तथा पानी की समुचित व्यवस्था के साथ-साथ समय पर कृषि कार्य करने के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रयोग भी अति आवश्यक है। कृषि क्षेत्र में प्रायः सभी कार्य कृषि यंत्रों से करना सम्भव है, जैसे जुताई, बुवाई, सिंचाई, कटाई, मड़ाई एवं भंडारण आदि।
कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए कृषि में यंत्रीकरण का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है। यंत्रीकरण से उत्पादन एवं उत्पादकता दोनों बढ़ती है यंत्रीकरण से कम समय में अधिक कार्य कुशलता के साथ किये जा सकते हैं। कृषि यंत्रीकरण से न केवल समय की बचत होगी बल्कि इससे किसान को कृषि कार्यों के लिए सुविधा होगी।
कृषि में यंत्रीकरण (Modern 8 Agricultural Yantra) से निम्न लाभ
- कृषि उत्पादकता में 12-34 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो सकती है।
- बीज सहित खाद ड्रिल से 20 प्रतिशत बीज की तथा 15-20 प्रतिशत खाद की बचत होती है।
- फसल सघनता को 05-12 प्रतिशत तक बढ़ाया जा सकता है।
- कृषकों की कुल आमदनी 30-50 प्रतिशत तक बढ़ायी जा सकती है।
भूमि की तैयारी के लिए उपयुक्त कृषि यन्त्र
Modern 8 Agricultural Yantra | भूपरिष्करण या खेत की जुताई, फसल उगाने की एक महत्वपूर्ण क्रिया है। पौधों को भूमि में उपस्थित सभी तत्व मिल सके इसके लिए भूमि की जुताई एवं खरपतवारों को नष्ट करना आवश्यक हो जाता हैं।
भूमि की अच्छी जुताई करने से निम्नलिखित लाभ होते हैं-
- भूमि की संरचना में सुधार।
- भूमि की जल अधिग्रहण क्षमता वृद्धि।
- भूमि में वायु का संचार।
- खरपतवार नियंत्रण।
खेतों की जुताई एवं मिट्टी को बीज बोने के लिए अनुकूल बनाने के लिए भिन्न-भिन्न यंत्रों का वर्णन किया जा रहा है जो इस तरह है-
(1) पशु चालित पटेला हैरो
- पशु चालित पटेला हैरो लकड़ी का बना होता है जिसकी लम्बाई 1.50 मीटर तथा मोटाई 10 से.मी. होती है। इसमें एक फ्रेम जुड़ा रहता है, जिसमे एक घुमावदार हुक बंधा रहता हैं, जो लीवर की सहायता से उपर नीचे किया जा सकता है।
- यह एक द्वितीय भूपरिष्करण (Modern 8 Agricultural Yantra) यंत्र हैं, जिसकी सहायता से मिट्टी भुर-भुरी करना, फसल के टूठ को इक्कट्ठा करना तथा खरपतवार को मिट्टी से बाहर निकालना इत्यादि कार्य किये जाते हैं। परम्परागत पटेला की तुलना में इस पटेला से 30 प्रतिशत मजदूर की बचत, संचालन खर्च में 58 प्रतिशत बचत तथा उपज में 3-4 प्रतिशत की वृद्धि होती है।
उपयोग- यह द्वितीय भूपरिष्करण यंत्र है। इसकी सहायता से ढ़ेला तोड़ना, मिट्टी को भुर-भुरी बनाना, फसल के टुठ को इक्कट्ठा करना, बुवाई के लिए खेत को तैयार करना इत्यादि है।
(2) ब्लेड हैरो
- Modern 8 Agricultural Yantra | इस हैरो में माइल्ड स्टील का बना बाक्स की तरह का फ्रेम होता है तथा खरपतवार निकालने के लिए एक ब्लेड होती है, जिसमें लोहे के काँटे लगे होते हैं।
- यंत्र को खींचने के लिए एक हरिस तथा एक हत्था लगा होता है। इस यंत्र के सभी भाग स्टील के बने होते हैं। यह एक जोड़ा बैलों की सहायता से खींचा जा सकता हैं। इसका ब्लेड थोड़ा अवतल होता हैं। इसकी सहायता से आलू एवं मूंगफली की खुदाई भी कर सकते हैं।
- ब्लेड घिसने के बाद बदला जा सकता है। इस यंत्र से देशी हल की तुलना में 24 प्रतिशत मजदूर की बचत, 15 प्रतिशत संचालन खर्च में बचत तथा 3-4 प्रतिशत उपज में बढ़ोतरी होती है।
उपयोग- इस यंत्र का मुख्य कार्य कतार में लगी हुई कपास, मक्का, शलजम इत्यादि फसलों की निकाई-गुड़ाई तथा आलू एवं मूंगफली की खुदाई करना है।
(3) ट्रैक्टर चालित मिटटी पलट हल
- इस हल के मुख्य भाग फार, हरिस मोल्ड बोर्ड, भूमि पार्श्व (लैंड साइड), हल मूल (फ्राग) इत्यादि हैं।
- इसका फार छड़ फार (बार टाइप) प्रकार का होता है तथा यह उच्च कार्बन स्टील या कम मिश्रित स्टील का बना होता है। इस हल की जुताई की गहराई का नियंत्रण (Modern 8 Agricultural Yantra) हाइड्रोलिक लीवर से या ट्रैक्टर के थ्री प्वाइन्ट लिंकेज से करते हैं।
- इस हल से सखत से सखत मिट्टी को भी आसानी से तोड़ा जा सकता है। इस हल से देशी हल की तुलना में 40-50 प्रतिशत मजदूर की बचत, 30 प्रतिशत संचालन खर्च में बचत तथा 4-5 प्रतिशत उपज में बढ़ोतरी होती है।
उपयोग– यह एक प्राथमिक भूपरिष्करण यंत्र हैं। इसका मुख्य कार्य मिट्टी काटना, उठाना एवं भुर-भुरा बनाना है। यह खेत में लगी हुई हरित खाद वाली फसलों को भी मिट्टी में अच्छी तरह मिला देता है, जिससे मिट्टी में हयूम्स बढ़ता है। इसके अलावा यह खेत में छिंटे हुए कम्पोस्ट, चूना को भी मिट्टी में अच्छी तरह मिला देता है।
(4) ट्रैक्टर चालित डिस्क हैरो
- Modern 8 Agricultural Yantra | ट्रैक्टर चालित डिस्क हैरो में दो डिस्क गैंग होते हैं, जो एक दूसरे के पीछे होते हैं। आगे वाला गैंग मिट्टी को बाहर फेंकता है तथा पीछे वाला गैंग मिट्टी को अन्दर की तरफ फेंकता हैं। इसलिए थोड़ी भी जमीन इस हैरो से बिना कटे नहीं बचती है।
- इस यंत्र का ढ़ाँचा बहुत ही मजबूत होता है। इसका डिस्क दो गैंगो एवं थ्री प्वाइन्ट लिंकेज के साथ व्यवस्थित होता है। इस हैरो से जब बगीचे की जुताई करते हैं तो यह मिट्टी बाहर एवं अन्दर फेंकता है जिससे मिट्टी पेड़ से दूर जाकर गिरती है।
- खरपतवार वाले खेत की जुताई, नोचेज डिस्क वाले हैरो से कर सकते हैं। पशुचालित कल्टीवेटर की तुलना में इस यंत्र से 40 प्रतिशत मजदूर की बचत, 54 प्रतिशत संचालन खर्च में बचत तथा उपज में 2-3 प्रतिशत की वृद्धि होती है।
उपयोग- यह द्वितीय भूपरिष्करण यंत्र है जो विशेष रूप से बगीचों की जुताई (Modern 8 Agricultural Yantra) के लिए उपयुक्त है। इससे मिट्टी दोनों तरफ फेकी जाती है, क्योंकि इसकी डिस्क एक दूसरे के विपरीत होती हैं।
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(5) डक फुट कल्टीवेटर
- डक फुट कल्टीवेटर (Modern 8 Agricultural Yantra) एक आयताकार बाक्स की तरह होता है, तथा इसके फार एवं स्वीप दोनों दृढ़ होते हैं। इस कल्टीवेटर में फार से स्वीप बंधा रहता हैं।
- यह ट्रैक्टर चालित होता है तथा इसकी गहराई ट्रैक्टर के हाइड्रोलिक से नियंत्रित होती है। यह कल्टीवेटर काली मिट्टी (कपास के लिए उपयुक्त) के लिए ज्यादा उपयुक्त है।
- इस यंत्र से पशुचालित कल्टीवेटर की तुलना में 30 प्रतिशत मजदूर की बचत, 35 प्रतिशत संचालन खर्च में बचत तथा 3-4 प्रतिशत उपज में वृद्धि होती है।
उपयोग- यह प्राथमिक भूपरिष्करण यंत्र है। इससे खरपतवार का नियंत्रण आसानी से होता हैं तथा मिट्टी में नमी बरकरार रहती है।
(6) रोटावेटर
- रोटावेटर स्टील फ्रेम का बना होता है जिस पर रोटरी शाफ्ट ब्लेड के साथ एवं शक्ति स्थानान्तरण प्रणाली गियर बाक्स के साथ जुड़े होते हैं।
- इसमें ‘L’ आकार की तरह के ब्लेड होते हैं जो कार्बन स्टील या मिश्रित स्टील की बनी होती है। पी.टी.ओ. अक्ष की घुर्णन गति से शक्ति का स्थानान्तरण गियर बाक्स होते हुए ब्लेड को मिलता है। रोटावेटर की सहायता से मिट्टी को ज्यादा भुर-भुरा बनाया जा सकता है।
- कल्टीवेटर की दो बार की जुताई इसकी एक बार की जुताई (Modern 8 Agricultural Yantra) के समतुल्य होती है। इससे ट्रैक्टर चालित हल की तुलना में 60 प्रतिशत मजदूर की बचत, 40-50 प्रतिशत संचालन खर्च में बचत तथा उपज में 2-3 प्रतिशत की वृद्धि होती है।
उपयोग- यह यंत्र सूखे एवं खेत की नर्सरी तैयार करने तथा स्ट्रा एवं हरी खाद को खेत में मिलाने के लिए ज्यादा उपयोगी है।
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(7) ट्रैक्टर चालित पटेला
- लेवलर में एक फ्रेम, काटने या खुरचने वाली ब्लेड तथा पतली ढकी हुई लोहे की चादर होती है जो चारो तरफ से घेर कर एक बाक्स बनाती है।
- यह यंत्र ट्रैक्टर (Modern 8 Agricultural Yantra) के थ्री प्वाइन्ट लिंकेज के साथ जोड़ा जाता है। ब्लेड ढ़की लोहे की चादर के साथ लगायी जाती है जो घिसने के बाद पुनः बदल दी जाती है।
- यंत्र की गहराई ट्रैक्टर के हाइड्रोलिक से नियंत्रित की जाती है। पशु चालित लकड़ी के पटेला की तुलना में इस यंत्र से 20-30 प्रतिशत मजदूर की बचत, 38 प्रतिशत संचालन खर्च में बचत तथा 2-3 प्रतिशत उपज में वृद्धि होती है।
उपयोग– इस यंत्र का उपयोग खेत की मिट्टी को बराबर करने तथा मिट्टी को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने में करते हैं।
(8) ट्रैक्टर चालित सबस्वाय्लर हल
- Modern 8 Agricultural Yantra | इस हल में एक हरिस होता हैं जो उच्च कार्बन स्टील का बना होता है। हरिस उपर एवं नीचे निकले हुए किनारे को दृढ़ता प्रदान करता है।
- एक खोखला स्टील का एडॉप्टर होता हैं, जो हरिस के नीचले भाग में लगा होता है और फार को मदद करता है। इस यंत्र का फार उच्च कार्बन स्टील का बना होता है।
- यंत्र की गहराई ट्रैक्टर की हाइड्रोलिक प्रणाली द्वारा नियंत्रित की जाती है। हल का प्रयोग गहरी जुताई के लिए किया जाता है जिससे मिट्टी की जल धारण करने की क्षमता बढ़ती है।
- इस प्रकार इसके उपयोग से उपज में 30 प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है।
उपयोग- यह मिट्टी की सखत परत को तोड़ता है, और मिट्टी को ढ़ीला करता हैं तथा इससे मिट्टी (Modern 8 Agricultural Yantra) में जल का संचार सुगम होता है।
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