मध्यप्रदेश के लिए अनुशंसित गेहूं की यह उन्नत किस्में बंपर पैदावार देगी, इन किस्मों के बारे में जानें
रबी सीजन के लिए गेहूं की उन्नत किस्मों (MP Gehun best variety 2022) के बारे में जानिए गेहूं की यह किस्में मध्य प्रदेश के लिए अनुशंसित है।
MP Gehun best variety 2022 | मध्य प्रदेश में इस वर्ष मानसून जमकर बरसा है। प्रदेश में इस वर्ष अच्छी बारिश हुई है, यही कारण है कि इस वर्ष गेहूं का रकबा निश्चित तौर पर बढ़ेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए “ चौपाल समाचार ” ने गेहूं की मध्य प्रदेश के लिए अनुशंसित सभी 17 किस्मों का एक साथ संग्रह करके इस लेख में दिया है। मध्यप्रदेश के लिए अनुशंसित सभी प्रकार की इन उन्नत किस्मों के बारे में इस लेख में आपको सभी प्रकार की जानकारी मिलेगी।
एमपी के लिए इन 17 किस्मों के बारे में डिटेल में जानेंगे – (MP Gehun best variety 2022)
- गेहूँ जी डब्ल्यू-173
- गेहुँ एच. आई. -1500 (अमृता)
- गेहूँ सी.-306
- गेहूँ सुजाता
- गेहूँ एच.आई.-1531 (हर्षिता)
- गेहूँ एच.आई.-1605 (पूसा उजाला)
- गेहूँ एच.आई.-1544 (पूर्णा)
- गेहूँ -एच.आई. 1418 (नवीन चंदोसी)
- गेहूँ राज-4037
- गेहूँ गुण के कारण जी.डब्ल्यू-322
- गेहूं जी.डब्ल्यू.- 451
- गेहूँ एच.आई.-8498 (मालव शक्ति)
- गेहूँ एच.आई.-8663 (पोषण)
- गेहूँ एच.आई.-8713 (पूसा मंगल)
- गेहू एच.आई.-8737 (पूसा अनमोल)
- गेहूँ एच. डी. -4728 (पूसा मालवी)
- गेहूँ एच.आई.-8759 (पूसा तेजस)
गेहूँ जी डब्ल्यू-173
गेहूँ अनुसंधान केन्द्र (IARI) बीजापुर (गुजरात) द्वारा जारी गेहूँ की इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) का दाना दिखने में शरबती जैसा, रंग गेहूँआ (अम्बर), चमकदार, खाने में अत्यन्त स्वादिष्ट चपाती हेतु एक आदर्श गेहूँ किस्म। देश के मध्य क्षेत्र म.प्र., राजस्थान, गुजरात, बुन्देलखण्ड में बुआई हेतु देर से बोनी हेतु अनुशंसित।
इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) की अवधि अत्यन्त कम लगभग 87 से 100 दिवस होने से मटर, आलू, खरीफ, प्याज या अन्य रबी फसल लेने के पश्चात बहु फसल चक्र के अन्तर्गत तीसरी फसल के रूप में लेने हेतु देर से बोनी हेतु यह एक अत्यन्त आदर्श एवं उपयुक्त किस्म। इस किस्म में पौधों की ऊँचाई कम होने से आड़ा पड़ने (लाजिंग) की समस्या नहीं। पकने पर बालियों का रंग सफेद व बालियों में खिरने की समस्या नहीं। यह किस्म काले एवं भूरे गेरूआ (रस्ट) के लिए एक प्रतिरोधक किस्म है।
इस किस्म के गेहूँ बीज का अंकुरण (MP Gehun best variety 2022) अच्छा होने से 100 किलो प्रति हेक्टेयर बीज दर रखने से, लाईन से लाईन की दूरी 9-10 इन्च रखने, 2-3 सिंचाई देने तथा सही मात्रा में उर्वरक देने पर बहुत अच्छा प्रतिसाद देने के गुण के कारण आदर्श परिणाम। 15 जनवरी एवं इसके पश्चात् भी गेहूँ की इस किस्म को बोने पर किसानों से प्राप्त व्यवहारिक परिणाम एवं उनके अनुभव अनुसार इस किस्म से बहुत अच्छा उत्पादन प्राप्त हुआ है।
गेहूँ की यह किस्म फसल (MP Gehun best variety 2022) चक्र के समायोजन एवं देर से बोनी के पश्चात भी अच्छी क्वालिटी वाला उत्पादन प्राप्त होने के गुण के कारण किसानों के लिये एक अत्यन्त लोकप्रिय किस्म के रूप में वरदान सिद्ध हो रही है।
गेहुँ एच. आई. -1500 (अमृता)
गेहुँ अनुसंधान केन्द्र (आई.सी.ए.आर.) इन्दौर द्वारा शरबती/सुजाता श्रेणी की नवीनतम अत्यंत चमत्कारी, सर्वाधिक सूखा निरोधक गेहुँ किस्म एच. आई.-1500 (अमृता) 8 वर्ष के कडे गहन अनुसंधान के बाद हाल ही में जारी की है। जोकि देश में डीजल, बिजली, पानी संकट व सूखे से जूझ रहे किसानों (MP Gehun best variety 2022) के लिए एक वरदान सिद्ध हुई है।
किसानों को चन्दोसी श्रेणी गेहूँ के भाव सामान्यत: 1500/- रूपये लगभग की तुलना में अमृता गेहूँ के भाव 2000-2500 रूपये प्रति क्विंटल मिलने की संभावना रहती की सबसे अच्छी किस्म होने से खाने में अत्यन्त स्वादिष्ट, अच्छे रंग व चमक के कारण अन्य गहुँ किस्मों (MP Gehun best variety 2022) की तुलना में दुगना भाव, अन्य एक सिंचाई देकर छोड़ दें। यदि इस अवधि में मावठे की वर्षा आ जाती है तो अतिरिक्त एक सिंचाई देने की आवश्यकता नहीं है। इस किस्म है।
खेतों में वर्षाकाल की शेष रही नमीं में इसकी बोनी अक्टूबर माह में की जा सकती है तथा बाना के पश्चात् 40 से 45 दिवस पर मात्र में लगभग एक मीटर गहरी जड़ें व फैलावदार बिछी हुई पत्तियाँ होने से इसके विशिष्ट मेकेनिजम के कारण तथा सूखा अवरोधी जीन्स अन्य किस्मों (MP Gehun best variety 2022) के मुकाबले अधिक होने के कारण यह किस्म सूखा, डीजल के बढ़ते भाव, सिंचाई की बढ़ती लागत, पानी की कमी, बिजली संकट से किसानो को चिन्तामुक्त कर दुगना लाभ एवं गहुँ एवं अन्य रबी फसलों में सिंचाई मैनेजमेन्ट को आसान बनाने में कृषक को विशेष मदद चने की तरह ही लगती है।
इस दृष्टि से भी यह किस्म जहाँ चने के उत्पादन में कठिनाई आती है व फसल चक्र में परिवर्तन आदि की दृष्टि से एक श्रेष्ठ विकल्प के रूप में किसानों में प्रस्थापित होकर लोकप्रिय हो जाएगी। इस किस्म में कृषक सिंचाई का विशेष ध्यान रखें, अधिक पानी इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) के लिए जहर के समान है। इससे पौधे की ऊँचाई बढ़ जायेगी। पौधा अड़ा पड़ जायेगा व उत्पादन में कमी आ जायेगी। अतः किसान 40-45 दिन पर सिंचाई कर इसके पश्चात एक से अधिक सिंचाई कदापि नहीं देवें। इस किस्म का पौध अर्द्ध सीधा, पत्तियों का आकार मध्यम, पौधे की ऊँचाई 120-135 से.मी., दाने का आकार मध्यम गोल, रंग सुनहरा (अम्बर), चमकदार चन्दोसी।
1000 दानों का वजन 45-48 ग्राम, बाल आने का समय 85 पकने की अवधि 125-130 दिवस, पकने पर बाली व भूसे का रंग सफेद, बाली झड़ने की समस्या बिलकुल नहीं फसल दिवस। बीज दर 120 कि.ग्रा. प्रति हेक्टेयर या 45-50 किलो प्रति एकड़ रखने एवं कतार से कतार की दूरी 12″ इन्च रखने पर श्रेष्ठ उत्पादन। इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) का उत्पादन आदर्श परिस्थितियों में 30-35 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है तथा यह किस्म म.प्र., गुजरात एवं राजस्थान प्रदेशों के लिए अनुशंसित है।
गेहूँ सी.-306
गेहूँ की यह शरबती किस्म (MP Gehun best variety 2022) एक काफी पुरानी किस्म है जिसका नोटिफिकेशन 24.09.1969 को हुआ।ओल्ड इज़ गोल्ड की उक्ति को चरितार्थ करते हुए आज भी बाजार की शरबती किस्मों में अपने आकर्षक दाने, चमक व स्वाद के कारण शरबती किस्म में यह किस्म सिरमोर है। सूखा निरोधक किस्म होने के कारण यह कम से कम पानी/सिंचाई की स्थिति में भी अच्छा उत्पादन देने की क्षमता रखती है। इसकी उत्पादकता 25-30 क्विंटल हेक्टेअर है।
इसके 1000 दानों का वजन 45-48 ग्राम लगभग होता है। पकने की अवधि 140-145 दिन होने से व गर्मी हेतु सहनशील किस्म होने से इसकी बोनी अक्टूबर से ही प्रारंभ हो जाती है, इसकी ऊँचाई 120-130 से.मी. है। बीजदर लगभग 100 किलो हेक्टेअर व 1 से 2 सिंचाई पर अच्छे परिणाम, बाजार में चपाती में आज भी सी-306 गेहूँ सबसे लोकप्रिय व सबसे महंगा बिकने वाला गेहूँ है, इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) में कृषकों का उत्पादन कम होते हुए भी बाजार भाव अधिक मिलने के कारण व सिंचाई खर्च कम होने से इस गेहूँ किस्म की खेती काफी लाभदायक है।
गेहूँ सुजाता
गेहूँ की शरबती किस्मों (MP Gehun best variety 2022) में सुजाता किस्म को गेहूँ की राजा किस्म की संज्ञा दी जावे तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। कम पानी में अधिकतम उत्पादन देने वाली यह किस्म सी-306 किस्म का सिलेक्शन है। अपने आकर्षक दाने, रंग के कारण बाजार की सबसे लोकप्रिय किस्म है, बाजार में आज भी क्वालिटी अनुसार सुजाता गेहूँ के ऊपर गेहूँ की किसी भी किस्म के रेट किसान को नहीं मिलते हैं।
इसकी उत्पादकता लगभग 30-35 क्वि, हेक्टेअर, पौधे की ऊँचाई 120-130 से.मी., 1000 दानों का वजन लगभग 45-48 ग्राम, पकने की अवधि लगभग 140 दिवस, सूखा निरोधक किस्म, 1 से 2 सिंचाई व 100 किलो हेक्टेअर बीज (MP Gehun best variety 2022) दर पर आदर्श परिणाम।
गेहूँ एच.आई.-1531 (हर्षिता)
गेहूँ अनुसंधान केन्द्र इन्दौर (IARI) द्वारा हाल ही में जारी गेहूँ (MP Gehun best variety 2022) की यह सूखा निरोध के चमत्कारी किस्म में अभी तक जारी सभी शरबती किस्मों की तुलना में एक चमत्कारी गुण/विशेषता है जो कि किसी अन्य शरबती किस्म में नहीं पाई जाती। शरबती गेहूँ की अन्य किस्मों सुजाता या अन्य में पानी या खाद असन्तुलन के कारण ऊँचाई बढ़ने, आड़ा पड़ने व इससे उत्पादन में कमी की समस्या आम है।
किन्तु चमत्कारी किस्म एच. आई. 1531 (हर्षिता) मध्यम बौनी जाति की किस्म होने के कारण इस किस्म में ऊँचाई कम 75-90 से.मी. तक याने लगभग लोक-1 के बराबर ऊँचाई होने के कारण अधिक हवा चलने या मावठा गिरने पर इसके गिरने की (आड़ा पड़ने की) व इस कारण उत्पादन में एकाएक कमी होने की आशंका नहीं रहती है। पाला अवरोधी होने से इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) में पाले से नुकसान की संभावना भी कम रहती है। एच. आई. 1531 (हर्षिता) इस किस्म के इस अविश्वसनीय किंतु सत्य गुण के कारण शरबती ग्रुप के गेहूँ की खेती को एक नई परम्परा व एक नई दिशा मिलेगी।
इस किस्म का अंकुरण, सुडौल दानों से भरी भरपूर बालियों वाला खेत एवं कल्लो का एक साथ बहुत अधिक फुटाव बिना देखे अविश्वसनीय है। ऐसा इस किस्म को लगाने वाले या देखने वाले कृषकों का अभिन्न मत है जिसके कारण अधिक पत्तियों की छत्रछाया होने से यह भूमि के जल वाष्पीकरण को कम कर देती है एवं गहरी जड़ें होने से जमीन के नीचे के स्तर की नमी एवं तत्वों को खिंचकर पौधे को देती है।
जिससे पौधा कम सिंचाई या सुखे की अवस्था में भी हरित अवस्था में बना रहता है इसकी अवधि भी अन्य शरवती किस्मों (MP Gehun best variety 2022) की तुलना में कम याने मात्र 115 दिन है जबकि उत्पादन प्रति हेक्टर 40 क्विंटल से भी अधिक मात्र एक या दो सिंचाई में, जो कि सर्वाधिक है
एवं शरबती ग्रुप में इसे प्रथम स्थान पर कायम रखने हेतु पर्याप्त है। इसके दाने सुडौल, चमकदार, शरबती एवं रोटी के लिये उत्तम। यह सुजाता किस्म (MP Gehun best variety 2022) का एक बेहतर विकल्प है। एच. आई. 1531 किस्म में बीजदर 100 किलो हेक्टर या 40 किलो एकड, कतार से कतार की दूरी 12″ इन्च, बोनी 15 अक्टूबर से 30 नवम्बर के मध्य। दो सिंचाई प्रथम बोनी के 35 दिन पर व दूसरी उसके 20 दिन बाद तथा खाद 12:32:16 की मात्रा 40 किलो व 40 किलो यूरिया प्रति एकड बोनी के समय पर ही सीड ड्रिल से खाद बोकर देने पर आदर्श परिणाम। एक सिंचाई का पानी होने पर 40-45 दिन पर सिंचाई देवें।
गेहूँ एच.आई.-1605 (पूसा उजाला)
गेहूँ अनुसंधान केन्द्र द्वारा वर्ष 2017 में जारी चन्दोसी/शरबती किस्म पूसा उजाला का दाना आकर्षक, चमकदार, खाने में चपाती हेतु अत्यन्त उत्तम एवं स्वादिष्ट होने से तथा इसकी सफेद एवं नरम होने से तथा इसकी अवधि सुजाता गेहूँ से कम होने के कारण तथा सूखे की स्थिति में मात्र एक से दो सिंचाई देने पर भी उच्चतम उत्पादन देने की क्षमता। काड़ी कड़क होने के कारण आड़ा पड़ने की समस्या नहीं होने के गुणों के कारण यह किस्म पहली बार किसान के द्वारा बोनी के प्राप्त होने वाले परिणाम देखकर किसानों को इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) को बार बार लगाने के लिये मजबूर कर देगी।
जिन कृषकों ने इस शरबती किस्म (MP Gehun best variety 2022) को गठवर्ष लगाया था वे इसकी उत्पादन क्षमता को देखकर आज भी अचम्भित हैं, कि एक शरबती किस्म 55 क्वि. प्रति हेक्टेयर से अधिक उत्पादन कैसे दे सकती है।
यह एक आश्चर्यजनक किंतु सत्य है जो कि आप स्वयं इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) को लगाकर आदर्श परिस्थितियों में प्राप्त इसकी उत्पादन क्षमता को देखकर आज भी अचम्भित हैं, कि एक शरबती किस्म 55 क्वि. प्रति हेक्टेयर से अधिकर सकते हैं। इस किस्म में दाने थोड़े कड़क, चमकदार, अण्डाकार आकार के होते हैं, 1000 दानों का वजन लगभग 45 ग्राम, पौधे की ऊँचाई लगभग 90 से.मी., अवधि लगभकडक, दिवस, पत्नी की चौड़ाई मध्यम, थोड़ी सीधी, आवरण मजबूत-चिकनी वाली पर रोए नहीं, का रंग सफेद।
इस किस्म में लाईन से लाईन की दूरी लगभग 10 “(इंच) रखने, बीच दर 45 किलो एकड या 100 किलो हेक्टेयर फर्टिलाईजर अनुशंसा N 80 P 40-60 K 40 किलो हेक्टेयर रखने तथा 1-2 सिंचाई देने पर आदर्श परिणाम व्यवहारिक रूप से बाली रखने प्रति 3 सिंचाई देने पर भी अधिक उत्पादन प्राप्त हुआ है। गतवर्ष रेकॉर्ड उत्पादन देने वाली यह चन्दोसी किस्म (MP Gehun best variety 2022) अपने विशिष्ट गुणों के कारण शीघ्र ही गेहूँ की चन्दोसी किस्मों की एक आदर्श पर्याय किस्म बन जावेगी।
गेहूँ -एच.आई. 1418 (नवीन चंदोसी)
गेहूँ (MP Gehun best variety 2022) अनुसंधान केन्द्र द्वारा जारी यह जाति दिखने में शरबती/सुजाता गेहूँ जैसी दाना आकर्षक, चमकदार, खाने में सुजाता गेहूँ जैसा स्वादिष्ट तथा इसकी रोटी नरम रहती है। फसल की अवधि लोकवन व सुजाता से कम है। इस जाति के गेहूँ की ऊँचाई कम 80 से 90 से.मी. होने से काडी मोटी एवं सख्त रहती है तथा इसमें कुचे भी अधिक रहते भी यह जाति अच्छा उत्पादन दे देती है।
सुजाता जैसे गुण एवं स्वाद के कारण इसका बाजार भाव भी दूसरे गेहूँ लोकवन या 147 से अधिक मिलता है। इसकी उत्पादन क्षमता भी गेहूँ (MP Gehun best variety 2022) की अन्य शरबती जातियों से अधिक लगभग 22-24 क्विंटल प्रति एकड़ तक है जो कि व्यवहारिक रूप से कृषकों द्वारा पैदा करके ली जा चुकी है। इसकी अंकुरण क्षमता भी 90 प्रतिशत से अधिक होने के कारण वीज दर मात्र 25-30 किलो प्रति एकड़ है।
बीज दर कम होने से बीज की बचत होती है। कम पानी होने पर इसकी बोनी 9 इंच कतार से कतार की दूरी पर करें तो बेहतर उत्पादन प्राप्त होता है। बोनी नवम्बर माह में तथा देरी से लगाने के लिए यह जाति उत्तम है। गेहूँ (MP Gehun best variety 2022) की यह जाति अपने सर्व सम्पन्न गुणों एवं विशेषताओं के कारण वर्तमान परिस्थितियों में गेहूँ की सर्वश्रेष्ठ जाति है।
गेहूँ एच.आई.-1544 (पूर्णा)
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR) के वैज्ञानिकों द्वारा गहन अनुसंधान के पश्चात् म.प्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, के किसानों के उत्थान हेतु कम से कम समय 110/115 दिवस में, कम सिंचाई से अधिकतम उत्पादन देने | वाली किस्म (MP Gehun best variety 2022) विकसित की है जो कि खाने में अत्यन्त स्वादिष्ट एवं पौष्टिकता की दृष्टि से अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की है, दाना काफी चमकदार, आकर्षक एवं शरबती किस्मों जैसा गोलाकार दिखने के कारण बाजार भाव भी अधिकतम मिलते हैं।
गेहूँ की यह पूर्णा किस्म अपने नाम के अनुरूप सर्व गुण सम्पन्न होने के कारण क्षेत्र के किसानों का आर्थिक विकास कर उनकी तकदीर बदल देने की भी पूर्ण क्षमता रखते हैं। इसकी ऊँचाई 85-90 से.मी। 1000 दानों का वजन 40-50 ग्राम बीज पर 45-40 किलो एकड़। सिंचाई 2-5 बुवाई की अवधि नवम्बर से 15 दिसम्बर तक। इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) का उत्पादन कृषकों द्वारा व्यवहारिक रूप से अधिकतम 60 क्विंटल प्रति हेक्टेअर से अधिक लिया गया है। गेहूँ की यह किस्म किसानों के लिये वरदान सिद्ध होगी।
गेहूँ राज-4037
पठारी क्षेत्र हेतु अनुशंसित गेहूँ की यह किस्म (MP Gehun best variety 2022) राजस्थान कृषि विश्व विद्यालय द्वारा जारी की गई है। लगभग 105 दिवस में आने वाली यह किस्म खाने में अत्यन्त स्वादिष्ट एवं दाना शरबती गेहूँ जैसा सुन्दर, चमकदार होने से अधिकतम बाजार भाव, समय पर बुआई हेतु उपयुक्त किस्म। पौधे की ऊँचाई लगभग 74 से.मी. पौधे की ऊँचाई कम होने से तथा काड़ी कड़क होने से यह गेहूँ आड़ा (लाजिंग) पड़ने की समस्या नहीं, बालियों में दाने खिरने (शेटरिंग) की समस्या नहीं।
इसकी पत्तियाँ मध्यम चौड़ी, हरी, मोमयुक्त होती है। बालियाँ मध्यम लम्बी तथा सूखने पर धुंधली सफेद दाने अर्ध कठोर अम्बर रंग के होते हैं। रस्ट की बीमारी हेतु अच्छी प्रतिरोधक किस्म (MP Gehun best variety 2022) लगभग 120 किलो प्रति हेक्टेयर बीजदर व लाईन से लाईन की दूरी 9-10 इन्च रखने पर तथा 3-4 सिंचाई अनुशंसित समय पर देने पर फर्टीलाईजर अनुशंसा N 80-150 P40-60 K40 किलो प्रति हेक्टेयर देने से श्रेष्ठ परिणाम।
गेहूँ गुण के कारण जी.डब्ल्यू-322
गेहूँ अनुसंधान केन्द्र (आई.ए.आर.आई.) बीजापुर (गुजरात) से जारी गेहूँ की यह एक आदर्श किस्म (MP Gehun best variety 2022) है। जो कि गेहूँ डब्ल्यू एच 147 का स्थान अपने आड़ा न पड़ने (लागिंग) व बाली ने खिरने (शेटरिंग) उच्च उत्पादन क्षमता के तथा आकर्षक दाने व चपाती हेतु एक सर्वश्रेष्ठ किस्म होने के कारण ले सकती है। इसकी लम्बाई लगभग 90 से.मी., 1000 दानों का वजन 45 ग्राम, बोनी 9 इंच, 4-5 सिंचाई, व बीज दर 125 किलो हेक्टेअर रखने पर आदर्श परिणाम।
अधिकतम उत्पादन क्षमता आदर्श स्थितियों में 72 क्लिंटल हेक्टेअर तक अधिकतम उत्पादन क्षमता, दाना आकर्षक व स्वादिष्ट होने से, किसानों को बाजार भाव अधिक मिलते हैं। बिमारियों एवं रस्ट के विरूद्ध इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) में प्रतिरोधकता होने से उत्पादकता पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है। इसके आरेकल (कुस्सी) का रंग हल्का गुलाबी, टापडेन्स अर्थात पौध सघनता वाली यह किस्म अपने गुणों के कारण किसानों के बहुत बड़े क्षेत्र पर अपना अधिकार कायम कर लेगी।
गेहूँ लोक-1 (लोकवन)
भारत में सर्वाधिक क्षेत्र में व सर्वाधिक लोकप्रिय गेहूँ की किस्म (MP Gehun best variety 2022) है लोक-1, यह किस्म किसी प्रकार के परिचय की मोहताज नहीं है। सोनालिका व VG 331 मेक्सिकन किस्मों के क्रॉस ब्रिडिंग से जो कि नोबल पुरस्कार विजेता नार्मन बोरलाग के द्वारा प्रदान की गई थी। लोक भारती इन्स्टीट्यूट गुजरात के द्वारा 12 वर्षों तक गहन प्रयोग व सतत् अनुसंधान के पश्चात् 14.1.1982 में इसे मध्य क्षेत्र में बोनी हेतु इसे भारत सरकार द्वारा इसे प्रसारित किया गया।
इसकी उत्पादकता 30-40 क्विंटल हेक्टेअर है। व्यवहारिक परिस्थितियों में इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) में 70-75 क्विंटल हेक्टेअर तक भी अविश्वसनीय किंतु सत्य उत्पादन दिया है। पौधे की ऊँचाई 9 से 100 से.मी., इसकी अवधि लगभग 115-120 दिवस है। 1000 दानों का वजन 55 – 60 ग्राम, 4 से 5 सिंचाई व 100 से 125 किलो हेक्टेअर बीज दर व 9 इंच लाईन से लाईन की दूरी रखने पर आदर्श परिणाम।
जल्दी व देरी से बोनी हेतु कम या अधिक सिंचाई व्यवस्थाओं में, किसी भी परिस्थिति में किसानों के लिये गेहूँ की लोक-1 किस्म (MP Gehun best variety 2022) सर्वाधिक सुविधाजनक, समायोजन वाली, बाजार में आसानी से विक्रय योग्य, अच्छे बाजार भाव व्यापारियों व मिल वालों की पहली पसंद होने से यह किस्म अभी बाजार की सबसे लोकप्रिय किस्म है तथा भारत में सर्वाधिक प्रांतों व सर्वाधिक क्षेत्र पर इस किस्म ने अपना अधिकार जमा रखा । किसानों को इस किस्म का ब्रीडर या शुद्ध आधार बीज ही बोना चाहिये।
इसमें दूसरी गेहूँ की किस्मों (MP Gehun best variety 2022) के मिक्स बीज होने पर इससे कई प्रकार की बिमारियाँ आने की संभावना रहती है। जिसके परिणाम स्वरूप यह एक अच्छी किस्म होते हुए भी लोक-1 किस्म आलोचना का शिकार हो रही है। किसान भाई इस बात का विशेष ध्यान रखें व अनुशंसित बीज दर से अधिक बीज न डालें व बीजोपचार जरूर करें।
गेहूं जी.डब्ल्यू.- 451
गेहूं अनुसंधान केन्द्र (SDAU) विजापुर (गुजरात) द्वारा गहन रिसर्च एवं अनुसंधान के पश्चात चपाती वाले अत्यधिक उत्पादन क्षमता वाले गुणों ने कारण शीघ्र ही अपना उच्च स्थान कृषकों (MP Gehun best variety 2022) में बना लेगी। इस किस्म का दाना, आकर्षक. हेतु अत्यन्त उत्तम एवं स्वादिष्ट अत्यन्त अर्ली किस्म 95-105 दिवस मध्य क्षेत्र हेत वर्ष 2016 में जारी की गई है, जो कि अपनी उच्चगुणवत्ता चमकदार, अंबर रंगवाला सुनहरी, कडा, आकार ओवेल (अंडाकार) 1000 दानों का वजन लगभग 45 ग्राम।
इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) के पौधों की ऊँचाई मध्यम औसतन लगभग 76 से.मी. पत्तियाँ सीधी, चौड़ाई मध्यम, पत्तियाँ मध्यम, रोएंदार टिलरिंग काफ़ी लगभग 109 टिलर (प्रति मीटर) बाली का रंग सफेद सघन बाली में दानों की संख्या लगभग 39 दाने प्रति बाली। दानों के खिरने (शेटरिंग) की समस्या नहीं। पौधे की ऊँचाई 9″-10″ इन्च रखने, मध्यम दाना एवं भरपूर अंकुरण क्षमता एवं अधिक टिलरिंग के गुण के कारण बाजदर 40/45 प्रति एकड या 100 कम होने, काड़ी कड़क होने व टिलरिंग अधिक होने से आड़ा (लॉजिंग) पड़ने की समस्या नहीं।
इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) के लाईन से लाईन की दूरी हेक्टेयर से अधिक प्राप्त हुए हैं। गेहूँ की यह किस्म अपने चमत्कारी परिणामों के कारण बहुत शीघ्र किसानों में अपनी गहरी पैठ बहुत जल्दी प्रति किलो हेक्टेयर, फर्टीलाईजर अनुशंसा N 120 P60K40 तथा 4-5 सिंचाई देने पर आदर्श परिणाम व्यवहारिक रूप से 66 क्वि. प्रति किस्म में प्रोटीन 11.8, झींक (8ppm), आयरन (40ppm), देश में कुपोषण की समस्या के विरूद्ध एक नया आयाम बनाएगी।
इसकी सेडीमेंटेशन वेल्यू 39.2ml है जो कि इसके बेहतर क्वालिटी का तकनीकी मापदंड है। जी डब्ल्यू 322, 496, लोक से उत्पादन के मामले में इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) को बेहतर माना गया है।
गेहूँ एच.आई.-8498 (मालव शक्ति)
हमारे यहाँ कठिया (ड्यूरम) गेहूँ के उत्पादन के लिए प्रकृति द्वारा आदर्श वातावरण एवं परिस्थितियाँ प्रदत्त की है जिससे यहाँ व्यवहारिक अनुभवों को देखते हुए एच. आई. 8498 के श्रेष्ठ गुणवत्ता वाले गेहूँ (MP Gehun best variety 2022) के अधिकतम उत्पादन की असीम संभावनाऐं है।
इसका अत्यन्त आकर्षक, बड़ा व चमक वाला दाना खाने में अत्यन्त स्वादिष्ट, प्रोटीन व विटामिन मात्रा अधिक, बाफले, लड्डू, थुली, बेकरी पदार्थ, इटालियन व चीनी खाद्य पदार्थ नुडल्स/सिवैया, पास्ता, रवा आदि बनाने के लिये सर्वश्रेष्ठ गेहूँ तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता होने के कारण इस गेहूँ की स्थानीय मण्डी में मिल वालों की अच्छी माँग होने के कारण इस गेहूँ (MP Gehun best variety 2022) के अच्छे बाजार भाव तथा निर्यात की भी असीम संभावनायें हैं।
गेहूँ की यह जाति कम उँचाई वाली लगभग 85 से.मी. वाली बोनी जाति है। इन डयूरम जाति में कुचे काफी निकलते हैं तथा इसकी काडी मोटी व कडक रहती है जिससे आँधी एवं वर्षा के कारण भी यह आडा नहीं पडता व उत्पादन अधिक प्राप्त होता है। इस जाति में गेरूआ रोग का प्रभाव भी नहीं देखा गया। इस जाति के गेहूँ की अंकुरण क्षमता 90 प्रतिशत से अधिक होने व कुचे अधिक होने के कारण प्रति एकड़ बीज दर 55-60 किलो है तथा सिंचाई में 3 से 4 पानी आवश्यक है।
इसकी बोनी के लिये 10 नवम्बर के बाद तथा दिसम्बर के द्वितीय सप्ताह तक का समय आदर्श है। फसल की कटाई लोकवन गेहूँ से पहले हो जाती है। गेहूँ की इस जाति की कटाई लेट भी की जा सकती है क्योंकि यह बिल्कुल न झड़ने/खिरने वाली जाति है। हर्वेस्टर से कटाई हेतु भी यह उत्तम किस्म है। इसका दाना बड़ा व चमक अच्छी होने से इसके बाजार भाव भी अन्य गेहूँ की तुलना में रू. 50 से 100 प्रति क्विंटल तक अधिक मिलते हैं।
इस जाति के गेहूँ की उत्पादन क्षमता की जाँच व्यवहारिक रूप से कृषकों द्वारा 30 से 35 क्विंटल प्रति एकड़ तक उत्पादन लेकर कर ली गई है। इतने गुणों की खान वाली ये गेहूँ की डयूरम जाति एच.आई. 8498 अपने सर्व सम्पन्न गुणों, विशेषताओं के कारण गेहूँ का राजा कहलाने का पूर्ण अधिकार रखती है। मालवी गेहूँ के श्रेष्ठ एवं उससे भी अच्छे विकल्प के रूप में ये हमारे क्षेत्र के लिये वरदान सिद्ध होगी।
गेहूँ एच.आई.-8663 (पोषण)
गेहूँ (MP Gehun best variety 2022) की यह मालवी कठिया किस्म दलिया, सुजी एवं पास्ता हेतु उत्तम, इसका अनुशंसा वर्ष 2007 है। इसका दाना बोल्ड, कठोर, चमकीला, गोलाकार, सुन्दर आकर्षक, प्रोटीन प्रतिशत उच्चतम होने के कारण पौष्टिक, 1000 दानों का वजन 45.50 ग्राम, पौधे की ऊँचाई 80 से 85 से.मी. पत्तियों की चौड़ाई मध्यम, पूर्ण झुकी हुई पत्तियों पर रोएं नहीं।
बाली का रंग सफेद, बाली पर रोएं नहीं, इस किस्म की बीज दर 45-50 किलो प्रति एकड़, 4 से 5 सिंचाई व 10 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक बुवाई करने पर लगभग 50 से 55 क्विंटल हेक्टेअर तक तक उत्पादन की प्राप्ति इस किस्म की विशेषताऐं है। यह आने वाले भविष्य को एक आदर्श अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की गेहूँ की किस्म है।
गेहूँ एच.आई.-8713 (पुसा मंगल)
पुसा के सहयोगी संस्थान गेहूँ (MP Gehun best variety 2022) अनुसंधान केन्द्र इन्दौर से जारी कठिया (ड्यूरम) गेहूँ की यह नवीनतक किस्म म. प्र., गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ वाले मध्य क्षेत्र हेतु अनुशंसित पूर्व में जारी शक्ति से लगभग 5-10 प्रतिशत अधिक उत्पादन देने वाली तथा सर्वाधिक प्रोटीन, विटामिन ए, झींक तथा अन्य पोषक किस्म मानवीय स्वास्थ्य एवं देश में कुपोषण की समस्या को दूर करने हेतु तथा गेहूँ के राष्ट्रीय उत्पादन को बढ़ाने की दृष्टि किस्म सिद्ध होगी।
हमारे यहाँ प्रकृति ने कठिया (ड्यूरम) गेहूँ के लिये एक आदर्श वातावरण एवं परिस्थितियाँ प्रदान की है तथा गेहूँ की पुसा मंगल किस्म के आदर्श गुणों एवं कम पानी में अधिक उत्पादन देने की विशिष्ट क्षमता के कारण यह एक चमत्कारी किस्म सिद्ध होगी l
इस गेहूँ कि किस्म का दाना अत्यन्त आकर्षक, बड़ा, सुनहरा चमकदार रंग गेहूँआ (अंबर) तथा खाने में अत्यन्त स्वादिष्ट प्रोटीन, विटामिन व पोषक तत्वों की प्रचूर मात्रा होने से सुपर न्यूट्रीशनल वेल्यू के कारण बाफले, लड्डू, हलवा, पराठा, थुली, रवा, बेकरी, पदार्थ, इटेलियन व चायनीज खाद्य पदार्थ, पास्ता, नूडल्स, सिवय्या आदि बनाने के लिये गेहूँ की सर्वश्रेष्ठ/सर्वोत्तम किस्म तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता होने के कारण स्थानीय मण्डियों में उच्चतम भाव तथा निर्यात की असीम संभावनायें हैं।
गेहूँ की इस किस्म में पत्तियों की चौड़ाई मध्यम, सीधी पत्तियाँ, मोमयुक्त, जो इसे सूखा सहन करने की क्षमता देता है। बाली का रंग सफेद, रोंएदार नहीं। गेहूँ की यह किस्म कम ऊँचाई वाली लगभग 83-88 से.मी. काफी कुचे (टिलरिंग) छोड़ने वाली तथा इसकी काड़ी मोटी कड़क होने से आँधी/वर्षा की स्थिति में सामान्यतः आड़ी (लाजिंग) नहीं पडती है।
जिससे अधिकतम उत्पादन प्राप्त होता है। इस जाति के गेहूँ की अंकुरण क्षमता 90 प्रतिशत से अधिक होने के कारण तथा कुचे अधिक छोड़ने की क्षमता तथा दाने का आकार मध्यम बोल्ड होने से इसकी बीज दर, मौसम एवं स्थानीय स्थितियों को ध्यान में रखते हुए लगभग 50 से 55 किलो प्रति एकड़ या 125-130 किलो हेक्टेअर।
लाईन से लाईन की दूरी 9″ से 10″ इन्च पर रखने तथा 10 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक बोनी करने पर तथा अधिकतम तीन से चार सिंचाई देने पर लगभग 60 क्विंटल प्रति हेक्टेअर से अधिक उत्पादन देने की क्षमता, रोग प्रतिरोधकता, खिरने की समस्या (शेटरिंग) नहीं, गेरूआ, कर्नाल बंट, लूज स्मट आदि रोगों के लिए प्रतिरोधक किस्म होने से तथा अधिकतम उत्पादन देने के कारण गेहूँ (MP Gehun best variety 2022) की यह एक आदर्श कठिया किस्म भविष्य में किसानों के लिए वरदान सिद्ध होगी। इस किस्म की अवधि लगभग 125 दिवस।
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गेहू एच.आई.-8737 (पूसा अनमोल)
गेहूँ की यह नवीनतम कठिया किस्म पूसा के सहयोगी संस्थान गेहूँ (MP Gehun best variety 2022) अनुसंधान केन्द्र हेतु अनुशंसित इस किस्म की अवधि लगभग 125 दिवस है। हमारे यहाँ प्रकृति ने कठिया (ड्यूरम) गेहूँ के उत्पादन हेतु अत्यन्त आदर्श वातावरण एवं परिस्थितियाँ प्राकृतिक रूप से प्रदान की है, जिससे यहाँ कठिया गेहूँ की क्वालिटी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की एवं उत्पादन अधिकतम प्राप्त होता है जिससे इस किस्म की बड़ी स्थानीय माँग एवं निर्यात की असीम संभावनाएं बनी हुई हैं।
इस क्रम में कठिया गेहूँ की यह नवीन किस्म पूसा अनमोल एक नया आयाम बनाएगी। इसका दाना अत्यन्त आकर्षक, सुनहरी, कठोर, चमकदार, रंग गेहूँआ (अंबर), खाने में अत्यन्त स्वादिष्ट, 1000 दानों का व विटामिन ए, झींक तथा अन्य पोषक तत्व देने वाली यह किस्म उत्तम स्वास्थ्य, कुपोषण को दूर करने, स्वादिष्टता एवं उच्च उत्पादकता का अनुठा संगम है।
बाफले, लड्डू, थूली, रवा, बेकरी पदार्थ, सिवैय्या/नूडल्स, पास्ता आदि बनाने हेतु सर्वश्रेष्ठ गेहूँ किस्म। गेहूँ की इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) में पत्तियों की चौड़ाई मध्यम, सीधी, गेहूँ की इस किस्म में पत्तियों की सतह मोमयुक्त जिसके कारण इस किस्म में सूखा सहन करने की असाधारण क्षमता देखी गई है।
बाली का रंग सफेद, रोंएदार नहीं, गेहूँ की इस किस्म में पौधों की ऊँचाई 83/88 से.मी. कम ऊँचाई वाली किंतु काफी कूचे (टिलरिंग) छोड़ने वाली तथा पौधों की काड़ी काफी कड़क होने से आधी/वर्षा की स्थिति में इस किस्म के पौधों में आड़ा (लाजिंग) पड़ने की समस्या नहीं होने से अधिकतम उत्पादन प्राप्त होता है।
इस किस्म अंकुरण क्षमता 90 प्रतिशत से अधिक होने के कारण तथा इस किस्म में अधिक कूचे छोड़ने की क्षमता होने से तथा दाने का मध्यम बोल्ड होने से इसकी बीज दर मौसम एवं स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए लगभग 50-55 किलो एकड़ या 125 लाईन से लाईन की दूरी 9″-10″ इंच पर बोनी करने एवं बोनी का समय 10 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक रखने अनुशंसा N 80-150 P40-60 K40 किलो प्रति हेक्टेयर रखने पर तथा अधिकतम 3-5 सिंचाई देने पर हेक्टेयर से अधिक उत्पादन देने की क्षमता।
बालियों के खिरने (शेटरिंग) की समस्या नहीं। गेरूआ, कर्नाल बंट, लूज स्मट आदि रोगों के लिए प्रतिरोधी किस्म होने से तथा अधिकतम गुणवत्तायुक्त उत्पादन (MP Gehun best variety 2022) देने की क्षमता वाले अपने अद्वितीय गुणों के कारण कठिया गेहूँ की पूसा अनमोल किस्म अपने नाम के अनुरूप अनमोल सिद्ध होगी।
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गेहूँ एच. डी. -4728 (पूसा मालवी)
गेहूँ की यह नवीनतम कठिया किस्म अपने बोल्ड दाने व आकर्षक चमकदार गेहूँआ (अंबर) रंग के कारण अत्यन्त स्वादिष्ट होने से तथा अपनी उच्च उत्पादन क्षमता के लिये किसानों में काफी लोकप्रिय हो गई है। गेहूँ की यह किस्म (MP Gehun best variety 2022) सेन्ट्रल झोन याने म. प्र., राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़ में बोनी हेतु अनुशासित किस्म है। मध्यम ऊँचाई वाला, अधिक कुचे करने वाला व कड़क काड़ी का पौधा होने से लॉजिंग या आड़ा पड़ने की समस्या नहीं। इसकी अवधि लगभग 120 दिवस इसके 1000 दानों का वजन लगभग 55 ग्राम।
इस किस्म के अधिकांश गुण/केरेक्टर/विशेषताएँ एवं कृषि कार्यमाला पूसा तेजस एचआई 8759 से काफी मिलती है। अतः उनका अलग से उल्लेख करने की आवश्यकता नहीं है। इस हेतु पूसा तेजस की सम्पूर्ण जानकारी नीचे दी गई है, उसका अध्ययन कर लेवें। उत्पादन क्षमता एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की क्वालिटी एवं पोषक तत्वों की प्रचुरता के कारण इस किस्म ने अपना एक शीर्ष स्थान किसानों में बना लिया है। इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) में हाई ग्लुटेन की मात्रा होने से पास्ता, मेकरोनी एवं अन्य उत्पादों के अनुकूल होने से अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में मांग होने के कारण एक्सपोर्ट हेतु एक आदर्श किस्म।
इस किस्म में थर्मोटालरेन्स याने अधिक ठंड एवं गर्मी दोनों को सहन करने की इस किस्म में सहनशीलता होने के कारण इसकी बोनी जल्दी अक्टूबर अन्त में भी की जा सकेगी व ठंड की सहनशीलता होने से पाले के विरूद्ध भी यह किस्म (MP Gehun best variety 2022) किसानों को होने वाली हानि से बचाएगी व किसान को अपने उत्पाद का अधिक मूल्य प्राप्त होगा। इस किस्म में रस्ट, कर्नाल बंट एवं अन्य कई बीमारियों के प्रति प्रतिरोधकता। सर्वगुण सम्पन्न यहं किस्म अपने नाम पूसा मालवी के अनुसार मालवा व अन्य क्षेत्रों के लिये उत्पादन व प्रगति के नए आयाम बनाते हुए एक मील का पत्थर साबित होगी।
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गेहूँ एच.आई.-8759 (पूसा तेजस)
गेहूँ की यह नवीनतम कठिया किस्म समय से बोनी हेतु म.प्र., राजस्थान, छत्तीसगढ़ आदि मध्य क्षेत्र हेतु वर्ष 2017 में पूसा के सहयोगी संस्थान गेहूँ अनुसंधान केन्द्र, इन्दौर कठिया गेहूँ की किस्मों (MP Gehun best variety 2022) की तुलना में लगभग 10-12 प्रतिशत अधिक उत्पादन देने की क्षमता वैज्ञानिकों एवं व्यावहारिक रूप से किसानों जारी की गई है। इसमें आज तक जारी समस्त द्वारा लिये गये उत्पादन के आंकड़ों के अनुसार बताई गई है।
इस किस्म की अवधि लगभग 115 से 120 दिवस है। इसका दाना अत्यन्त आकर्षक, थोड़ा कड़क, बड़ा, चमकदार, लम्बाकार खाने में अत्यन्त स्वादिष्ट, 1000 दानों का वजन 50/55 ग्राम, प्रोटीन एवं विटामिनए, झींक तथा अन्य पोषक तत्वों से भरपूर यह किस्म कुपोषण को दूर करने एवं स्वास्थ हेतु अत्यन्त लाभदायी किस्म होने के कारण तथा उच्च गुणवत्ता वाले अधिकतम उत्पादन देने वाली कठिया गेहूँ की किस्म (MP Gehun best variety 2022) होने के कारण कठिया हो जावेगी।
बाफले, लड्डू, थूली, रवा, बेकरी आयटम, सिंवैय्या/नूडल्स, पास्ता आदि बनाने हेतु सर्वश्रेष्ठ किस्म। गेहूँ की इस किस्म में पत्तियों की सरताज किस्म के रूप में जल्द ही विख्यात की चौड़ाई मध्यम, सीधी एवं पत्तियों की सतह चिकनी मोमयुक्त मजबूत होने से इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) में सूखा सहन करने की भी असाधारण क्षमता देखी गई है। इस किस्म में बाली का रंग सफेद, की ऊँचाई लगभग 85 से.मी. कम ऊँचाई वाली किस्म होने व कूचे (टिलरिंग) अधिक छोड़ने की क्षमता तथा काड़ी कड़क आधी/वर्षा की स्थिति में पौधों में आड़ा (लाजिंग) पड़ने की समस्या नहीं होने से नुकसान कम होता है व उत्पादन भी अधिकतम प्राप्त होता है।
इस किस्म (MP Gehun best variety 2022) में अंकुरण क्षमता 90 प्रतिशत या अधिक होने व कूचे काफी होने के कारण लाईन से लाईन की दूरी 10″ (इंच) रखने तथा बीज दर 50-55 किलो एकड़ या 125 किलो प्रति हेक्टेयर रखने तथा फर्टिलाईजर अनुशंसा N 80-150 P40-60K40 किलो प्रति हेक्टेयर रखने पर नवम्बर से 15 दिसम्बर तक बोनी करने पर तथा 3-5 सिंचाई देने पर आदर्श परिणाम के रूप में व्यवहारिक रूप से 60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से ज्यादा उत्पादन किसानों द्वारा लिया गया है।
सर्वोच्च उत्पादन वाली खिरने (शेटरिंग) की समस्या नहीं, गेरूआ, कर्नाल बंट, लूज स्मट आदि रोगों के लिए प्रतिरोधक किस्म (MP Gehun best variety 2022) होने एवं अपने उपरोक्त अद्वितीय गुणों एवं विशेषताओं के अपने नाम तेजस के अनुरूप गेहूँ की यह किस्म बड़ी तेजी से भारतीय कृषि उद्योग में एक अग्रणी कठिया किस्म के रूप में जल्दी ही छा जाएगी तथा अन्तर्राष्ट्रय स्तर की क्वालिटी होने से स्थानीय माँग एवं निर्यात की असीम संभावनाएं इस किस्म को नई ऊँचाई रोएंदार नहीं, पौधे होने के कारण कारण पर पहुँचा देगी।
उपरोक्त समस्त फसलों एवं बीजों (MP Gehun best variety 2022) का विवरण/विशेषताऐं आदर्श कृषि कार्यमाला एवं आदर्श परिस्थितियों के अनुसार प्राप्त जानकारी के आधार पर तथा कृषकों से प्राप्त व्यावहारिक/वास्तविक आँकडों के आधार पर दिये गये हैं। इन आदर्श स्थितियों में परिवर्तन जानकार उपरोक्त विशेषताओं/आँकडों में भी परिवर्तन हो सकता है।
बीज के लिए यहां संपर्क करें
किसान वसुन्धरा बॉयो ऑर्गेनिक्स द्वारा गेंहू की इन 17 किस्मों के बीज, सब्जी, अरंडी, सुर्जना, स्वीट कार्न, चना, सोयाबीन, मूंग, उड़द, अरहर, आदि फसलों के उन्नत बीज अनुसंधान केन्द्र (रिसर्च स्टेशन) से प्राप्त कर सकते है।
वसुंधरा बायो ऑर्गेनिक से सीड्स लेने के लिए यहां संपर्क करें –
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कृषि वैज्ञानिकों ने विकसित की गेहूं की दो नई किस्में, यह किस्में रोग प्रतिरोधक, उपज अधिक
अब हार्वेस्टर से काट पाएंगे चना फसल, पैदावार में नंबर वन ; चने की इस नई वैरायटी के बारे में जानिए
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