कृषि समाचार

खाद वितरण को लेकर किसानों में अफरा तफरी, सरकार ने जारी किए नए निर्देश

खाद वितरण को लेकर जो अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है इससे निपटने के लिए सरकार ने नए निर्देश (New instructions for fertilizer distribution) जारी किए हैं।

New instructions for fertilizer distribution | इस वर्ष मानसून बारिश अच्छी होने एवं अक्टूबर में भी पानी बरसने के कारण रबी फसलों की बुवाई का कार्य प्रभावित हुआ किसानों को प्राकृतिक तौर पर हुई इस लेटलतीफी के बाद अब काट के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है ऐसे में किसानों के सामने दोहरी समस्या आन खड़ी हुई है।

रबी फसलों की बुवाई में पहले से पिछड़े किसानों को खाद के कारण और लेट होना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि एमपी में 80% भूभाग पर रवि फसलों की बुवाई हो चुकी है किंतु 20% खाद नहीं मिलने के कारण बुवाई में लेट हो रहे हैं। बुवाई के साथ-साथ खाद नहीं मिलने की समस्या सिंचाई के दौरान भी खुलकर सामने आ रही है किसानों को यूरिया समय पर नहीं मिल पा रहा है। (New instructions for fertilizer distribution)

समय पर खाद नहीं मिलने का यह कारण है

रबी फसलों की बुवाई जारी है, प्रदेश में लगभग 80% बुवाई हो चुकी है, जिसके लिए अधिकतर किसानों को यूरिया खाद नहीं मिल पाता है। मध्यप्रदेश में रबी सीजन (New instructions for fertilizer distribution) की शुरुआत में ही खाद संकट गहरा गया है। सरकार के मुखिया भले ही पर्याप्त स्टॉक बता रहे है लेकिन हकीहत यहीं है कि खाद के इंतजार में कई किसान बोवनी नहीं कर पाए है।

जिलों में खाद का नकद में वितरण सिर्फ मार्कफेड से हो रहा है, बाकी मार्केट एवं सहकारी समितियों द्वारा किया जाएगा। इसकी वजह यह कि सरकार ने सहकारी समितियों (New instructions for fertilizer distribution) को नकद में खाद बेचने पर रोक लगा रखी है। ऐसे में वे सिर्फ कर्जदार किसानों को खाद बांट रही है। ऐसे डिफॉल्टर समेत अन्य किसानों का आंकड़ा 70 फीसदी है, जो परेशान है।

यह भी पढ़िए… Urea, DAP व NPK खाद का पैदावार बढ़ाने के लिए किस प्रकार इस्तेमाल करें, विशेषज्ञों से जानिए

एमपी में यूरिया वितरण संबंधी नया आदेश जारी, क्या रहेगी नई व्यवस्था, जानें

किसानों की परेशानी को इस प्रकार समझिए

प्रदेश के कई जिलों में खाद उपलब्ध (New instructions for fertilizer distribution) नहीं है, कहीं यूरिया है तो डीएपी नहीं और डीएपी है तो यूरिया नहीं। सरकार ने तो डीएपी का विकल्प तक एनपीके को बता दिया है। ऐसे में जो किसान बोवनी से रह गए है, उनके पास पानी की पर्याप्तता नहीं है, वे सीजन चूकने के डर से एनपीके के साथ बुआई कर रहे है।

लगभग यूरिया की पर्याप्तता तो हर जिले में है लेकिन आफरा-तफरी ज्यादा है। इसकी वजह जिले भर के किसानों का एक ही जगह स्थान यानी मार्कफेड (विपणन संघ) के गोदामों पर इकट्ठा होना है। जब एक ही स्थान पर इतनी बड़ी संख्या में किसान आएंगे तो स्वभाविक है कि थोड़ी सी किल्लत का मैसेज भी उन तक पहुंचता है तो हंगामा (New instructions for fertilizer distribution) खड़ा हो जाता है।

सरकारी समितियों की व्यवस्था से भी किसानों को परेशानी हुई

सहकारी समितियों से खाद वितरण (New instructions for fertilizer distribution) में होती है सहूलियत – किसानों को सहकारी समितियों से खाद वितरण में सहूलियत होती है। क्योंकि, सहकारी समिति का खाद वितरण केंद्र उन्हीं के गांव में होता है या फिर 15 से 20 किलोमीटर के दायरे में।

वहां किसान को न तो भीड़ मिलती है और न ही भटकना पड़ता है। उन तक आसानी से मैसेज आ जाता है कि सोसायटी में खाद है या नहीं। लेकिन इस साल सहकारी समितियां सिर्फ कर्जदार किसानों को खाद दे रही है। जिस किसान ने उनसे कर्ज ले रखा है और रेगुलर है तो ही खाद (New instructions for fertilizer distribution) मिलेगा।

सरकार ने खाद वितरण को लेकर यह नए निर्देश जारी किए

प्रदेश में खाद वितरण को लेकर आ रही समस्याओं को लेकर सरकार ने अब इस समस्या से निपटने के लिए सभी किसानों को सहकारी समितियों से खाद उपलब्ध करवाने के निर्देश (New instructions for fertilizer distribution) दिए हैं। सरकार ने इन निर्देशों के व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिए जिला कलेक्टर को निर्देशित किया है। सरकार द्वारा जारी किए गए निर्देशों के मुताबिक संबंधित सहकारी समिति के कार्य क्षेत्र में निवासरत किसान को उसी सहकारी समिति से नगद में खाद उपलब्ध होगा। (New instructions for fertilizer distribution)

भारतीय किसान संघ किसानों के लिए भोपाल में बड़ा आंदोलन करेगा

एमपी में खाद को लेकर किसानों की समस्या बरकरार है। जिसे लेकर भारतीय किसान संघ (New instructions for fertilizer distribution) ने भोपाल में बड़ा आंदोलन करने की रणनीति बना ली है। भारतीय किसान संघ के खंडवा प्रवक्ता सुभाष पटेल ने बताया कि हम खाद को लेकर विपणन संघ, कलेक्टर और तमाम अफसर, जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर चुके है, मुलाकात हो चुकी है। लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकलकर आया। भारतीय किसान संघ के बैनर तले 22 नवंबर को भोपाल में आंदोलन किया जाएगा।

इधर सीएम ने कहा – प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं

प्रदेश में खाद की आपूर्ति (New instructions for fertilizer distribution) को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में लगातार खाद की आपूर्ति की जा रही है। हम खाद की कमी नहीं आने देंगे। तकनीकी कारणों से बीच में थोड़ी दिक्कत आई थी। खाद की उपलब्धता है। मैं आपको आश्वस्त कर रहा हूं। आप बिल्कुल चिंता न करें।

जरूरत के अनुसार खाद मिलेगी। कुछ लोग अफवाह और भ्रम फैलाकर प्रदेश में अराजकता का माहौल बनाना चाहते हैं। ऐसे लोगों से हम सख्ती से निपटेंगे। गड़बड़ करते हुए पाया जाएगा, तो कार्रवाई होगी। आप आश्वस्त रहें आपको पर्याप्त खाद उपलब्ध (New instructions for fertilizer distribution) कराई जाएगी।

खाद को लेकर सीएम ने अधिकारियों को विस्तृत निर्देश दिए हैं इसे क्लिक करें और पढ़ें सभी निर्देश

खाद की कमी पर मुख्यमंत्री-नेता प्रतिपक्ष आमने-सामने

(New instructions for fertilizer distribution)

शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो मैसेज जारी कर किसानों को भरोसा दिलाया था कि प्रदेश में खाद की कमी नहीं है। जरूरत के मुताबिक खाद मिलेगा। खाद को लेकर कुछ लोग अफवाह और अराजकता फैला रहे हैं।

खाद को लेकर अफवाह फैलाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएम के इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने आपत्ति जताई है। सीएम के बयान का विरोध करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि खाद को लेकर सीएम ने जो बयान दिया है, मैं उसका विरोध करता हूं।

यह भी पढ़िए… किसानों को यूरिया डालना चाहिए या नैनो यूरिया कौन सा बेस्ट ? किससे मिलेगा फायदा, जानें

खाद यूरिया की समस्या हो या अधिक पैसे लेने पर इन नंबरों पर संपर्क करें, होगा समस्या का समाधान

खाद के लिए परेशान हो रहे हैं किसान यह है इसके उदाहरण

(New instructions for fertilizer distribution)

मध्यप्रदेश में खाद के लिए किसानों को परेशान होना पड़ रहा है इसकी बानगी इन उदाहरणों से देखी जा सकती है :–

1) विधायक की मौजूदगी में खाद की ‘लूट’ विधायक पर केस दर्ज हुआ :– 10 नवंबर को रतलाम की आलोट विधानसभा से कांग्रेस विधायक मनोज चावला पर लूट की FIR से। चावला पर आरोप है कि उन्होंने एमपी सहकारी विपणन संघ के गोदाम का शटर ऊंचा कर किसानों से यूरिया ले जाने को कहा था। गोदाम अधिकारी ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। आलोट पुलिस ने विधायक के खिलाफ लूट, सरकारी कामकाज में बाधा पहुंचाने और जान से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज की है।

2 ) राजगढ़ जिले में भी खाद की कालाबाजारी का वीडियो वायरल हुआ वायरल वीडियो में डीएपी को अधिक रेट पर बेचने की रिपोर्ट दर्ज हुई है।

3 ) खंडवा जिले में खाद पुलिस की निगरानी में दिया जा रहा है। (New instructions for fertilizer distribution)

यह भी पढ़िए….किसानों के लिए खुशखबरी, नहीं बढ़ेंगे DAP के भाव, DAP और NPK के नए भाव क्या है, जानिए

यूरिया डीएपी, एनपीके खाद को लेकर सरकार ने किया बड़ा फैसला, किसानों को मिलेगा फायदा

1200 रुपए में नहीं मिलेगी डीएपी खाद की बोरी, जानिए डीएपी की एक बोरी का वास्तविक मूल्य

खाद वितरण में अनियमितता की तो दर्ज होगी एफआईआर, सरकार ने यह निर्देश दिए

आपको चौपाल समाचार का यह आलेख अच्छा लगा हो तो इसे जरूर शेयर करें और नीचे दिए गए माध्यमों से जुड़कर हर खबर से अपडेट रह सकते है।

” जुड़िये चौपाल समाचार से-

ख़बरों के अपडेट सबसे पहले पाने के लिए हमारे WhatsApp Group और Telegram Channel ज्वाइन करें और Youtube Channel को Subscribe करें, हम सब जगह हैं। “

नोट :- धर्म, अध्यात्म एवं ज्योतिष संबंधी खबरों के लिए क्लिक करें।
नोट :- टेक्नोलॉजी, कैरियर, बिजनेस एवं विभिन्न प्रकार की योजनाओं की जानकारी के लिए क्लिक करें।

राधेश्याम मालवीय

मैं राधेश्याम मालवीय Choupal Samachar हिंदी ब्लॉग का Founder हूँ, मैं पत्रकार के साथ एक सफल किसान हूँ, मैं Agriculture से जुड़े विषय में ज्ञान और रुचि रखता हूँ। अगर आपको खेती किसानी से जुड़ी जानकारी चाहिए, तो आप यहां बेझिझक पुछ सकते है। हमारा यह मकसद है के इस कृषि ब्लॉग पर आपको अच्छी से अच्छी और नई से नई जानकारी आपको मिले।
Back to top button

Adblock Detected

Please uninstall adblocker from your browser.