राहुल गांधी के जय सियाराम वाले बयान पर बवाल ; जानिए जय सियाराम और जय श्री राम में क्या है अंतर
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के एक बयान पर विवाद (Rahul Gandhi Jay Siyaram bayan vivad) छिड़ गया है। आइए जानते हैं जय श्री राम एवं जय सियाराम में क्या है अंतर
Rahul Gandhi Jay Siyaram bayan vivad | राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। उज्जैन के बाद राहुल गांधी शुक्रवार को आगर पहुंचे थे। यहां पर उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए जय सियाराम एवं जय श्री राम को लेकर विवादित बयान दिया। राहुल गांधी ने कहा कि r.s.s. एवं बीजेपी वाले जय श्री राम कहते हैं, जय सियाराम नहीं कहते।
राहुल गांधी के इस बयान पर बवाल होने लगा है। एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा एवं यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस मामले को लेकर राहुल गांधी (Rahul Gandhi Jay Siyaram bayan vivad) को आड़े हाथों लिया है। आइए हम भी जानते हैं क्या है पूरा विवाद एवं जय श्री राम एवं जय सियाराम में क्या है अंतर।
राहुल गांधी का पूरा बयान
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा शुक्रवार को मध्य प्रदेश को आगर-मालवा में थी। इस दौरान आगर में एक सभा को संबोधित करते हुए ‘जय श्रीराम’, ‘जय सियाराम’ और ‘हे राम’ के नारों की अपने अंदाज में व्याख्या की। उन्होंने कहा-
जय सियाराम’ (Rahul Gandhi Jay Siyaram bayan vivad) इसका मतलब क्या है? जय सीता और जय राम, मतलब सीता और राम एक ही हैं। इसलिए नारा है जय सियाराम या जय सीताराम। भगवान राम सीता जी की इज्जत के लिए लड़े। हम जयसिया राम कहते हैं और समाज में महिलाओं का सीता की तरह आदर करते हैं।
जय श्रीराम, इसमें हम राम भगवान की जय कहते हैं। पंडित जी ने मुझसे कहा कि आप अपनी स्पीच में पूछिए कि भाजपा के लोग जय श्रीराम करते हैं, लेकिन जय सियाराम और हे राम क्यों नहीं करते।
RSS और भाजपा के लोग, जिस भावना से भगवान राम (Rahul Gandhi Jay Siyaram bayan vivad) ने अपनी जिंदगी जी, उस भावना से जिंदगी नहीं जीते हैं। राम ने किसी के साथ अन्याय नहीं किया।
राम ने समाज को जोड़ने का काम किया। राम ने सबको इज्जत दी। RSS और भाजपा के लोग भगवान राम के जीने के तरीके को नहीं अपनाते। वो सियाराम और सीताराम कर ही नहीं सकते, क्योंकि उनके संगठन में एक महिला नहीं है, तो वो जय सिया राम का संगठन ही नहीं है, उनके संगठन में सीता तो आ ही नहीं सकती, सीता को तो बाहर कर दिया। ये बातें मुझे एक पंडित जी ने सड़क पर कहीं।
मैं RSS के लोगों से कहना चाहता हूं कि जय श्रीराम, जय सियाराम और हे राम (Rahul Gandhi Jay Siyaram bayan vivad) का प्रयोग कीजिए। सीता जी का अपमान मत कीजिए।
गांधी जी हे राम कहते थे। गांधी जी का नारा था हे राम। हे राम का मतलब क्या? हे राम का मतलब राम एक जीने का तरीका था, भगवान राम सिर्फ एक व्यक्ति नहीं थे, एक जिंदगी जीने का तरीका थे, प्यार, भाईचारा, इज्जत, तपस्या, उन्होंने पूरी दुनिया को जीने का तरीका सीखाया।
गांधी जी हे राम कहते थे, उनका मतलब था, जो भगवान राम है, वो भावना हमारे दिल में है। और उसी भावना को लेकर हमें जिंदगी जीना है। ये हैं हे राम – Rahul Gandhi Jay Siyaram bayan vivad
राहुल गांधी के बयान पर मचा बवाल (Rahul Gandhi Jay Siyaram bayan vivad)
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के जय सियाराम वाले बयान पर अब बवाल मच गया है प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- राहुल बाबा का ज्ञान, बाबा-बाबा ब्लैक शीप तक ही सीमित है। राम की शुरुआत श्री से ही होती है और श्री जो हैं, वह विष्णु भगवानजी की पत्नी लक्ष्मी और सीता जी के लिए ही इस्तेमाल होता है। जरा खोल कर तो देख लें इतिहास।
उधर, यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया- भगवान श्रीराम के अस्तित्व को नकारने वाली कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी को जय श्रीराम न सही, भाजपा ने जय सियाराम (Rahul Gandhi Jay Siyaram bayan vivad) बोलने के लिए विवश कर दिया है, यह भाजपा की वैचारिक विजय और कांग्रेसी विचारधारा की हार है। अभी आपसे जय श्री राधारानी सरकार की और जय श्रीकृष्ण भी कहलवाना है।
वहीं भाजपा के शाहनवाज हुसैन ने कहा कि भाजपा को राहुल गांधी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। वे इलेक्शन वाले हिंदू हैं। वहीं, ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी नाटक मंडली के नेता हैं। वो कोट के ऊपर जनेऊ पहनते हैं। उनको भारत की संस्कृति के बारे में कुछ नहीं पता है। बस गली-गली दौड़ रहे हैं, क्योंकि जानता ने इनको नकार दिया है।
जय सियाराम एवं जय श्री राम में क्या है अंतर जानिए
(Rahul Gandhi Jay Siyaram bayan vivad)
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जिस प्रकार से आर एस एस एवं भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा एवं आर एस एस के लोग जय श्री राम कहते हैं, जय सियाराम नहीं कहते। इस बयान से सियासी बवाल मचा हुआ है वहीं जानने वाली बात यह भी है कि जय श्री राम एवं जय सियाराम की में क्या अंतर है।
देखा जाए तो जय श्री राम एवं जय सियाराम में कोई भी अंतर नहीं है क्योंकि श्री का मतलब ही लक्ष्मी या माता सीता से है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार भगवान राम भगवान विष्णु के अवतार थे एवं माता सीता श्री यानी लक्ष्मी जी का अवतार थी, ऐसे में श्री राम एवं सीताराम तथा सियाराम (Rahul Gandhi Jay Siyaram bayan vivad) एक समान है।
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