किसानों को पशुपालन के लिए सहकारी समितियों से दो लाख रुपये तक ब्याज रहित ऋण मिलेगा
मध्य प्रदेश के छोटे किसानों एवं पशुपालकों के लिए अच्छी खबर है। इन्हें राज्य सरकार पशुपालन के लिए सहकारी समितियों (Sahkari samitiyon se 2 lakh ka loan) के माध्यम से ब्याज रहित ऋण देगी।
Sahkari samitiyon se 2 lakh ka loan-मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में प्रदेश की कैबिनेट की बैठक हुई कैबिनेट बैठक के दौरान किसानों एवं पशुपालकों को सहकारी समितियों के माध्यम से 2 लाख तक का ब्याज रहित ऋण देने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा प्रदेश के मंदसौर एवं अन्य जिलों में सिंचाई परियोजनाओं के लिए भी अंतिम स्वीकृति दी गई।
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पशुपालन के लिए मिलेगा लोन (Sahkari samitiyon se 2 lakh ka loan)
गौरतलब है कि राष्ट्रीयकृत बैंकों से पशुपालन क्रेडिट कार्ड के तौर पर पशुपालन के लिए ऋण किसानों को ऋण दिया जा रहा है अब इसका दायरा बढ़ाकर सहकारी समितियों के लिए भी कर दिया गया है। कैबिनेट बैठक के दौरान दिए गए निर्णय के पश्चात अब किसानों एवं पशुपालकों को सहकारी समितियों से गाय, भैंस, बकरी, मुर्गी पालन के लिए दो लाख रुपये तक ब्याज रहित ऋण मिलेगा।
ब्याज रहित ऋण की यह प्रक्रिया रहेगी
मध्य प्रदेश के लाखों किसान सहकारी समितियों से जुड़े हुए हैं। इन समितियों के माध्यम से किसानों को खाद बीज एवं नगद राशि मिलती है। सहकारी समितियों से मिलने वाले अल्पावधि ऋण ब्याज रहित रहता है, इसी अनुसार अब किसानों को पशुपालन के लिए ब्याज रहित लोन दिया जाएगा। कैबिनेट की बैठक के पश्चात सहकारिता विभाग इसकी पूरी कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वित करेगा।
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यह निर्णय भी हुए
- पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ब्याज रहित ऋण (Sahkari samitiyon se 2 lakh ka loan) देने के साथ ही धान की मिलिंग के लिए अधिकतम 150 रुपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि दिए जाने की योजना है।
- मंदसौर जिले की कायमपुर सूक्ष्म सिंचाई परियोजना को स्वीकृति प्रदान की गई। इससे 252 गांवों के एक लाख 12 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा विकसित होगी।
- मंदसौर जिले की ही ताखाजी सिंचाई परियोजना को भी स्वीकृति दी गई। इस परियोजना से नौ गांवों का तीन हजार 200 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा विकसित होगी।
- बालाघाट जिलेे की लामटा सिंचाई परियोजना को स्वीकृति प्रदान की गई। इससे जिले के 55 गांवों में सिंचाई सुविधा विकसित होगी।
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