सोयाबीन के भाव 2022 में क्या रहेंगे, जानें एक्सपट्र्स की राय
खरीफ सीजन की प्रमुख फसल सोयाबीन के भाव 2022 में क्या (Soyabean ke Bhav 2022 me kya Rahenge) रहेंगे एक्सपट्र्स क्या कहते हैं, जानें।
Soyabean ke Bhav 2022 me kya Rahenge | सोयाबीन की बुवाई का काम चलने वाला है। मानसून की बारिश होने लगी है। इसी के साथ सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों के बीच यह चर्चा होने लगी कि जिस प्रकार से सोयाबीन के भाव अभी मंदी के चल रहे हैं, आने वाले समय में क्या रहेंगे? किसानों की जिज्ञासा इसलिए भी बढ़ गई है कि गत वर्ष सोयाबीन की फसल आने के बाद इसके भाव अच्छे रहे थे। वर्तमान में तो सोयाबीन का स्टॉक करने वाले व्यापारी एवं किसान परेशान हो रहे हैं। तो आइए जानते हैं आने वाले समय में सोयाबीन के भाव क्या रहेंगे?
सोयाबीन के भाव की वर्तमान में यह स्थिति है
सोयाबीन के भाव (Soyabean ke Bhav 2022 me kya Rahenge) में लंबे समय से मंदी का दौर चला आ रहा है। सोयाबीन की बोवनी का समय नजदीक आने तक यह मंदी खत्म नहीं हुई है। इस समय सिर्फ बीज वाले सोयाबीन की डिमांड अच्छी बनी रहने के कारण इसकी कुछ फर्क हो रही है बीज वाले सोयाबीन के भाव में ही तेजी है। मंडियों में इंपोर्ट वाला सोयाबीन 8000 रूपए बताया जा रहा है। जबकि पिछले साल इसी सीजन में सोयाबीन के भाव 10000 रुपए तक पहुंच गए थे।
इसी कारण पिछले वर्ष सोयाबीन की फसल आने के पश्चात व्यापारियों एवं किसानों ने भारी-भरकम स्टाक कर लिया लेकिन व्यापारियों एवं किसानों के द्वारा स्टाक करने के पश्चात केंद्र सरकार के नियंत्रण के कारण सोयाबीन के भाव अब तक बढ़ नहीं पाए। वर्तमान में भी सोयाबीन के भाव 6000 से 7000 रुपए के मध्य ही बने हुए हैं। सोयाबीन के सस्ते का दौर इस साल इसलिए भी माना जा रहा है की सरकार तेल की कीमतों को घटाने के लिए कड़ी कार्यवाही भी करने लगी है।
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मंडियों में सोयाबीन के दाम लगातार कम हो रहे
वर्तमान में मंडियों में सोयाबीन की आवक बढ़ गई है और बनने के साथ ही उसके दाम में गिरावट हो रही है इधर एक दूसरा कारण यह भी है कि सप्ताह भर में सोयाबीन तेल के दाम ₹10 सस्ते हो गए हैं। इंडोनेशिया से पाम तेल की सप्लाई लगातार हो रही है इतना ही नहीं तेल आयात की सीमा बढ़ चुकी है जिसके कारण सोयाबीन के धड़ाम से नीचे आ गए।
सोयाबीन के साथ-साथ सोयाबीन तेल के भाव भी गिर रहे हैं। पिछले सात दिनों में इंदौर थोक बाजार में सोयाबीन तेल के दाम करीब 100 रुपये प्रति दस किलो पर और 10 रुपये प्रति किलो की गिरावट आ चुकी है। दूसरी ओर सोयाबीन की आवक भी मंडियों में बढ़ने के कारण इसके दाम भी लगातार टूट रहे हैं।
कांडला में भी सोया तेल के दाम घटे
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान की मंडियों में सोयाबीन की आवक बढ़ने के कारण कीमतों में निरंतर गिरावट की स्थिति बनी हुई है। जिसके चलते प्लांट भी लगातार तेलों के दामों में कटौती कर बिकवाली कर रहे हैं। इसके असर से खुले बाजारों में हर दिन खाद्य तेल के दाम टूटते जा रहे हैं। सोया तेल इंदौर में 25-30 रुपये टूटकर 1420-1425 पाम तेल इंदौर 20 रुपये घटकर 1470 रुपये प्रति दस किलो रह गया। दरअसल, विदेशों में मंदी के समाचार आने और आयातकों की बिकवाली से कांडला में सोया तेल के दाम घटकर 14200 रुपये प्रति क्विंटल के नीचे पहुंच गए हैं।
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प्लांट की खरीदी के भाव
प्लांट सोयाबीन : अवि 6650, प्रकाश 6666, बंसल 6650, बैतूल 6600, रुचि 6625, कृति 6650, प्रेस्टिज 6650, लक्ष्मी 6600, महाकाली 6700, सांवरिया 6700, इटारसी 6600, एमएस 6650, धानुका 6700, अग्रवाल 6700, सालासर 6675, अंबिका कालापीपल 6675, अमरीत 6670, सूर्या 6650 व रामा 6550रुपये।
सोयाबीन के भाव की 2022 में क्या स्थिति रहेगी
Soyabean ke Bhav 2022 me kya Rahenge |वर्तमान में जिस प्रकार से सोयाबीन के भाव में गिरावट का दौर बना हुआ है इससे अब आने वाले समय में भी सोयाबीन के भाव को लेकर संशय बना हुआ है मंडी व्यापारी एवं सोयाबीन का बिजनेस करने वाले कारोबारी बताते हैं कि वर्तमान में प्लांटों की खरीदी सोयाबीन के दाम नीचे में 6600 ऊपर में 6650 रुपये प्रति क्विटंल रह गए हैं। इन दामों पर भी व्यापार कुछ कमजोर हो रहा है।
यूएसडीए रिपोर्ट के अनुसार विश्व में अगले सीजन सोयाबीन उत्पादन 4000 लाख टन के करीब होने के अनुमान है जो अभी तक का सबसे ज्यादा होगा। नई फसल इस साल से 434 लाख टन ज्यादा होगी। ब्राजील- अर्जेंटीना पैराग्वे की फसल 2100 लाख टन होने का अनुमान है जो इस साल 1736 लाख टन हुई है। 4 साल बाद विश्व में सीजन अंत में स्टाक 10 करोड़ टन से ज्यादा रहेगा। कुल मिलाकर सोयाबीन के भाव आने वाले वर्ष 2022 में भी 5000 से 7000 रुपए के बीच नहीं बने रहने की संभावना है।
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