सोयाबीन भाव को लेकर किसानों के लिए अच्छी खबर, जानें भाव कि आगे क्या स्थिति रहेगी
सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों के लिए सोयाबीन भाव को लेकर अच्छी खबर है। सोयाबीन के भाव (Soyabean Price 2022) आगे क्या रहने वाले हैं, जानिए
Soyabean Price 2022 | सोयाबीन भाव को लेकर लंबे समय से परेशान हो रहे किसानों के लिए अब बाजार से अच्छी खबर आ रही है सोयाबीन भाव में लगातार मंदी का दौर अब खत्म होने की ओर है। आगामी सीजन में इसका फायदा किसानों को मिलने के आसार बन रहे हैं।
व्यापारी वर्ग एवं किसान दोनों के लिए यह फायदेमंद है। व्यापार विशेषज्ञ बताते हैं कि डीओसी में भारी मात्रा में निर्यात से सोया तेल महंगा होने की संभावना है। तेल महंगा बिकने पर किसानों को आकर्षक दाम मिलना तय है।
सोयाबीन भाव इस पर निर्भर है (Soyabean Price 2022)
देश के सोयाबीन उत्पादक किसानों को आकर्षक दाम तभी मिल सकते हैं, जबकि सोया तेल महंगा बिके और सोया डीओसी का निर्यात हो सके। यदि किसानों ने सोयाबीन के ऊंचे भावों को देखकर बोवनी की है, तब उन्हें निराशा हाथ लग सकती है। सोयाबीन के दामों को पहले अमेरिका, ब्राजील एवं अर्जेंटीना का उत्पादन प्रभावित करता है और बाद में सोया डीओसी एवं तेल के भाव।
अभी तक पाम तेल उत्पादक दो देश इंडोनेशिया एवं मलेशिया में उत्पादन एवं आपूर्ति पर सोयाबीन एवं तेल के भाव तय होते हैं। पिछले एक वर्ष से पाम तेल के भाव आसमान छू गए। ऐसी स्थिति में सोया तेल के भावों में तेजी आना स्वाभाविक था। यही वजह है कि पिछली सीजन में किसानों को आकर्षक भाव मिलें, इस आने वाले सीजन में आकर्षक भाव मिलने के आसार हैं।
सोयाबीन के भाव प्लांट की खरीदी पर निर्भर
फिलहाल मंडियों में सोयाबीन (Soyabean Price 2022) की आवक कमजोर है। वहीं इसके भाव भी कम है। सोयाबीन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसका सर्वाधिक उपयोग केवल प्लांटों में ही होता है। अतः इसकी खरीदी पर प्लांटों का एकाधिकार है।
खरीदी अपने हिसाब से करते हैं। इस वर्ष क्रशिंग कम होने का स्पष्ट मतलब है कि सोयाबीन की खरीदी कम की और आयात भी किया है। सोयाबीन का उत्पादन अधिक होने का स्पष्ट मतलब है किसानों का भाव कम मिलना है।
एमएसपी से नीचे सोयाबीन के भाव नहीं जाएंगे
सोयाबीन की खेती (Soyabean Price 2022) आमतौर पर मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र में बहुतायत से की जाती है। चालू सीजन में सोयाबीन की फसलें अच्छी स्थिति में है इससे पैदावार अच्छी होने की संभावना है इसी स्थिति में यदि सोयाबीन के भाव अच्छे मिलते हैं तो किसानों के लिए फायदेमंद रहेगा। हालांकि विशेषज्ञ बताते हैं कि किसानों को इस बात से संतुष्ट हो जाना चाहिए कि एमएसपी से काफी ऊंचे भाव मिल रहे हैं।
सोयाबीन के भाव उसी स्थिति में कम होंगे जब सोया तेल के भाव गिरेंगे। यह स्थिति भै तब उत्पन्न होगी जब पाम तेल की आपूर्ति सुगम नहीं होगी। जिस दिन से पाम तेल के भाव घटना शुरू होंगे। सोयाबीन और तेल के भावों में गिरावट आना शुरू हो जाएगी। हालांकि एमएसपी से नीचे सोयाबीन के भाव नहीं जाएंगे।
एमपी और महाराष्ट्र में 80% सोयाबीन होता है
कृषि मंत्रालय के अनुसार किसानों ने सोयाबीन (Soyabean Price 2022) की बोवनी 5 अगस्त तक 117.50 लाख चार राज्यों में अधिक बोवनी सोयाबीन की बोवनी में मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र की भागीदारी 80 प्रतिशत के आसपास है। मध्यप्रदेश में 49.83 लाख हेक्टेयर महाराष्ट्र 47.10 लाख, राजस्थान 11.32 लाख और कर्नाटक में 4.13 लाख हेक्टेयर में बोवनी होने का अनुमान है। यह गत वर्ष से करीब 2 प्रतिशत अधिक है।
सोपा के अनुसार गत वर्ष सोयाबीन का उत्पादन 119 लाख टन के आसपास हुआ था। घरेलू बाजार में नए सीजन की शुरुआत से लेकर अभी तक मंडियों में 82 लाख टन की आवक हो चुकी है। जबकि गत वर्ष 105 लाख टन उत्पादन अनुमान के बावजूद 90.25 लाख टन की आवक हो चुकी थी। सोपा का अनुमान है कि प्लांट, व्यापारी और किसानों के पास 40.52 लाख टन का स्टॉक होना चाहिए।
नए सीजन में सोयाबीन के यह भाव रहने का अनुमान
नए सीजन में सोयाबीन (Soyabean Price 2022) के भाव 50 से 55 हजार रुपए भाव खुल सकते हैं। वर्तमान में पाम तेल का आयात घटने से सोयाबीन की मंदी पर ब्रेक लगा है। वैश्विक बाजार में सोयाबीन के भाव 17.84 डॉलर प्रति बुशल जाने के बाद 14 डॉलर रह गए हैं। नई फसल 12.5 से 15 डॉलर के बीच रहने की संभावना है। आने वाले महीनों में इंडोनेशिया एवं मलेशिया का उत्पादन वैश्विक बाजार में अधिक आने पर सोयाबीन में तेजी के संयोग कम है।
पाम तेल के स्टॉक में कमी से सोयाबीन के भाव बढ़ेंगे
Soyabean Price 2022 | इंडोनेशिया पाम तेल एसोसिएशन के अनुसार जून में पाम तेल का निर्यात 23.3 लाख टन रहा, जो कि मई माह से 15 प्रतिशत अधिक है। जून के अंत में स्टॉक 66.8 लाख टन था और उत्पादन 33 लाख टन बताया गया।
जून में पाम तेल के स्टॉक में 7.6 प्रितशत की गिरावट आई। बताया जाता है कि शिकागो एवं चीन वायदों में मजबूती के साथ एमपीओबी की रिपोर्ट जुलाई माह में पाम तेल का स्टॉक मार्केट के अनुमान से कम एवं निर्यात अधिक होने से अमेरिका में उत्पादन होने एवं चीन की मांग कम पड़ने से तेजी सीमित मात्रा में बनी हुई है।
उत्पादन का पूर्वानुमान तुलनात्मक रूप से अधिक होने तथा चीन की डावांडोल मांग से सोयाबीन (Soyabean Price 2022) सोया डीओसी का निर्यात 69.12 प्रतिशत कम चालू सीजन 2021-22 में पहले 10 माह के दौरान सोया डीओसी के निर्यात में 69.12 प्रतिशत गिरावट आई है। इस गिरावट के नतीजतन सोयाबीन के भाव में वृद्धि होना स्वाभाविक है।
विश्लेषकों ने अनुमान व्यक्त किया है कि सीजन 2022 में सोयाबीन का उत्पादन 4.539 अरब बुशल उत्पादन और इसकी औसत उत्पादकता 51.80 बुशल प्रति एकड़ रहने की संभावना है। सोयाबीन का कुल उत्पादन इसकी औसत उत्पादकता दोनों का पूर्वानुमान अमेरिकी कृषि विभाग द्वारा जुलाई में जारी किए गए अनुमान की तुलना में अधिक है।
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